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शेयर बाजार में तीन दिन से जारी गिरावट थमी, सेंसेक्स 65 अंक चढ़ा

स्थानीय शेयर बाजारों में पिछले तीन दिन से जारी गिरावट पर बृहस्पतिवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स लगभग 65 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ. कारोबार समाप्त होने से पहले ऊर्जा और दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी लौटी.
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NDTV Profit हिंदी05:05 PM IST, 20 Apr 2023NDTV Profit हिंदी
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स्थानीय शेयर बाजारों में पिछले तीन दिन से जारी गिरावट पर बृहस्पतिवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स लगभग 65 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ. कारोबार समाप्त होने से पहले ऊर्जा और दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी लौटी.

कारोबारियों के अनुसार, हालांकि विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के बीच निवेशकों की चिंता तथा जोखिम से बचने की धारणा का बाजार पर असर है.

उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 64.55 अंक यानी 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,632.35 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 59,836.79 अंक तक गया और नीचे में 59,489.98 अंक तक आया.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 5.70 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,624.45 अंक पर बंद हुआ.

सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक और मारुति प्रमुख रूप से लाभ में रहे. दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, नेस्ले, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी शामिल हैं.

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी तथा चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे थे.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कंपनियों के चौथी तिमाही के वित्तीय परिणाम पर निवेशकों की नजर है. हालांकि, आईटी कंपनियों के अबतक जो वित्तीय परिणाम आये हैं, वे बाजार उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे हैं.''

उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक बाजार से भी घरेलू बाजार को समर्थन नहीं मिल रहा. इसका कारण यह है कि अमेरिका में एक बार और नीतिगत दर बढ़ाये जाने की आशंका है. वैश्विक स्तर पर सतर्क धारणा को देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों की सप्ताह के दौरान पूंजी बाजार से निकासी से बाजार रुख पर प्रतिकूल असर रहा.''

इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बुधवार को 13.17 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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