पूंजी बाजार नियामक सेबी की जांच के दायरे में एक अजीबोगरीब निवेश योजना आई है। इस योजना के तहत जनता से करोड़ों रुपये की पूंजी जुटाकर उससे पशुओं की खरीद करके घी का उत्पादन कर दोगुना रिटर्न देने का वादा किया गया।
बाजार नियामक सेबी को मिली ताजा वित्तीय जानकारी के मुताबिक, ‘पशु एवं घी’ नाम की इस स्कीम के तहत 31 मार्च, 2011 तक कुल 745 करोड़ रुपये जुटाए गए और आशंका है कि इसके बाद इस स्कीम से और धन जुटाए गए होंगे।
सेबी ने निवेशकों से मिली शिकायत के बाद इस मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह स्कीम चला रही कंपनी एचबीएन डेयरीज एंड अलायड लि. के कई निदेशकों को भेजे गए कारण बताओ नोटिस महीनों बाद भी अधिकारियों तक पहुंचे ही नहीं।
इस मामले में सेबी द्वारा ताजा समन पिछले महीने भेजा गया जिसमें नियामक ने कंपनी निदेशकों को 29 मई को सेबी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया। लेकिन कम से कम तीन निदेशकों को समन की डिलीवरी नहीं की जा सकी।
नई दिल्ली स्थित एचबीएन 90 के दशक से डेयरी कारोबार में होने का दावा करती है और हरियाणा के समलखा और गन्नौर में उसके डेयरी फार्म हैं।
हालांकि, सेबी ने अपने कारण बताओ नोटिस में कहा है कि कंपनी पशुओं की खरीद के नाम पर आम लोगों से धन जुटा रही थी और स्कीम परिपक्व होने पर दोगुना या दोगुने से अधिक धन देने का वादा कर रही थी।
कंपनी ने निवेशकों को उनकी निवेश पूंजी पर प्रतिफाल को परिपक्वता के समय पशुओं और घी के दाम से जोड़ने का दावा करते हुए एक महीने में भी पूंजी वापस लेने पर वास्तविक निवेश को सुरक्षित रखने का भी वादा किया है। योजना एक महीने से लेकर नौ साल की अवधि के लिए पेश की गई।