रिजर्व बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि कितने नए बैंक लाइसेंस जारी किए जाएंगे इस बारे में रिजर्व बैंक ने कोई संख्या तय नहीं की है।
रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक आर गांधी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, फिलहाल हमें नए बैंक लाइसेंस के लिए 26 आवेदन प्राप्त हुए हैं। वित्तीय समावेश बैंकिंग क्षेत्र में उतरने के लिए पूर्व शर्त होगी। कितने बैंक आएंगे यह सब उनकी समूची योजना और प्रस्ताव के विश्लेषण पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा, कितने बैंकों को लाइसेंस दिया जाएगा इस बारे में किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए हमें कुछ महीने और प्रतीक्षा करनी होगी। इसकी संख्या के बारे में कोई लक्ष्य तय नहीं किया गया है। गांधी ने कहा, यह संख्या आवेदकों के प्रस्ताव और कारोबारी योजना पर निर्भर करती है। वित्तीय समावेश पर उनके प्रयासों उनके प्रस्तावों और व्यावसायिक योजना पर निर्भर करता है। हम पहले से यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि कितने आवेदक इन आवश्यकताओं को पूरा करेंगे। इंडिया पोस्ट, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, रिलायंस कैपिटल, आदित्य बिरला नूवो और एल एण्ड टी फाइनेंस सहित 26 कंपनियों ने बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
नए बैंक लाइसेंस के लिए रिजर्व बैंक ने वित्तीय समावेश के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए कड़ी शर्त रखी है। प्रस्तावित बैंकों को 25 प्रतिशत शाखाएं बिना बैंक शाखाओं वाले क्षेत्र में खोलनी होंगी।
सेंट्रल मुंबई कालेज के इस कार्यक्रम में रिजर्व बैंक गवर्नर डी सुब्बाराव को आना था, लेकिन आवश्यक कार्य से उन्हें नई दिल्ली जाना पड़ा, जिसकी वजह से अंतिम क्षण में गांधी कार्यक्रम में पहुंचे। सुब्बाराव नई दिल्ली में वित्तमंत्री पी चिदंबरम से मिलेंगे।