नोटों की छपाई में गड़बड़ी की रिपोर्ट के बीच रिजर्व बैंक ने मंगलवार को कहा कि नए नोटों पर पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव के हस्ताक्षर वैध हैं और हस्ताक्षर में बदलाव की प्रक्रिया जारी है।
बैंक नोटों पर गवर्नर के हस्ताक्षर में बदलाव कठिन प्रक्रिया है। केंद्रीय बैंक ने कहा, सभी बैंक नोट प्रेसों में सभी मूल्य के नोटों के मामले में प्रक्रिया पूरी करने का कार्यक्रम जारी है और इसके उपयुक्त समय में पूरा होने की संभावना है। शीर्ष बैंक का यह स्पष्टीकरण ऐसे समय आया है, जब रिजर्व बैंक के प्रिंटिंग प्रेसों से निकले नए 1,000 रुपये तथा 500 रुपये के नोटों पर सुब्बाराव के हस्ताक्षर हैं, जबकि वह सितंबर, 2013 में सेवानिवृत्त हो गए थे। बयान के अनुसार, करेंसी नोट की छपाई विनिर्माण प्रक्रिया है। प्रक्रिया में बदलाव कठिन प्रक्रिया है और इसमें समय लगता है...।