एक सर्वेक्षण के अनुसार महानगरों में केवल 15 प्रतिशत लोगों को ही क्रेडिट स्कोर के बारे में जानकारी है जबकि 50 प्रतिशत लोगों को यह भी पता नहीं कि इस तरह का स्कोर तय करने वाले कोई ब्यूरो काम कर रहे हैं. 'क्रेडिट सुधार' ने आठ महानगरों में 1500 लोगों की राय पर यह निष्कर्ष निकाला है.
इसके अनुसार देश में क्रेडिट स्कोर देने वाले ब्यूरो या एजेंसियां एक दशक से काम कर रही हैं और बैंकों ने ऋण देने के लिए क्रेडिट स्कोर अनिवार्य भी कर दिया है. इसके बावजूद महानगरों में ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं. इसके अनुसार आठ महानगरों में केवल 15 प्रतिशत लोगों को इस तरह की प्रणाली की जानकारी है.
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