नाशिक की कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में प्याज की कम आपूर्ति के कारण त्योहारों के मौसम में प्याज की कीमत में तेज उछाल की संभवाना है। अधिकारियों ने रविवार को यह बात कही।
देश के सबसे बड़े थोक प्याज बाजार लासलगांव एपीएमसी में इस महीने के पहले सप्ताह में प्याज की कीमत 4,800 रुपये प्रति क्विंटल रही। इस कारण खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 55-65 रुपये प्रति किलो तक है। इसके कारण त्योहारों के समय में घरेलू खर्च में और वृद्धि का अंदेशा है।
अगस्त में बाजार में प्याज की आवक में भारी गिरावट इस अप्रत्याशित ऊंची कीमत का कारण है। रोजाना 12,000 से 15,000 क्विंटल प्रतिदिन की आपूर्ति की तुलना में अगस्त में केवल 8,000 रुपये प्रति क्विंटल प्याज की आपूर्ति हुई।
यही वजह है कि थोक बाजार में कीमतें 3,000 रुपये प्रति क्विंटल से कुछ ही दिनों में 43,000 से 45,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गईं। इसका असर खुदरा बाजार पर हुआ।
बाजार और अधिकारियों में इस बारे में काफी आशंका है कि खरीफ की नई प्याज की फसल आने तक अगले एक महीने तक प्याज की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव होता रहेगा। खरीफ की फसल आने के बाद ही प्याज की कीमत में कुछ कमी आने की उम्मीद है।