रसोई गैस उपभोक्ता अब नया डीलर चुन सकते हैं। सरकार ने इसके लिए रसोई गैस कनेक्शन पोर्टेबिलिटी योजना शुरू की है। इस योजना की शुरुआत चंडीगढ़ से की गई।
वर्ष 2013-14 में 25 और जिलों में इस योजना का विस्तार किया जाएगा।
मोबाइल फोन ग्राहकों को अपना पुराना नंबर अपने पास बरकार रखते हुए दूरसंचार सेवा देने वाली कंपनी बदलने की छूट है लेकिन रसोई गैस के उपभोक्ताओं के लिए अभी कंपनी बदलने की व्यवस्था यहां अभी नहीं है, वह केवल अपने क्षेत्र में उसी कंपनी के दूसरे गैस डीलर का चुनाव कर सकते हैं। आप यदि इंडियन ऑयल कापरेरेशन की इंडेन गैस के ग्राहक हैं तो अपने क्षेत्र में इंडेन के ही दूसरे वितरक को अपनी एजेंसी चुन सकते हैं, लेकिन भारत गैस अथवा एचपीगैस की सेवाएं नहीं ले सकते।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा एम. मोइली ने एलपीजी वितरण व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में ‘लक्ष्य’ नामक योजना की शुरुआत की। इसमें आधुनिक पोर्टल के जरिए ग्राहकों को अपना गैस डीलर बदलने की सुविधा होगी। गैस डीलर बदलने की प्रक्रिया मानव हस्तक्षेप रहित होगी और यह अपने आप पूरी हो जाएगी। फिलहाल चंडीगढ़ से इसकी शुरुआत की गई है।
मोइली ने कहा कि आने वाले समय में धीरे-धीरे इस सुविधा का विस्तार देशभर में किया जाएगा। ‘हर क्षेत्र में दो से तीन डीलरों का एक समूह बनाया जाएगा, उपभोक्ता इनमें से बेहतर डीलर का चुनाव कर सकेंगे।’
गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा।