भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को रेपो दर और रिवर्स रेपो दर में सिर्फ 25 आधार अंकों की कटौती की और कहा कि इससे अधिक की गुंजाइश नहीं है। लिहाजा वाहन, आवास और वाणिज्यिक ऋणों पर ब्याज दरें अपरिवर्तित रह सकती हैं। बैंक ने नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) में कोई परिवर्तन नहीं किया।
यह निर्णय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने मौजूदा वित्त वर्ष की मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा के दौरान लिया।
रेपो दर, जिस पर वाणिज्यिक बैंक सीमित अवधि के लिए रिजर्व बैंक से ऋण लेते हैं, 7.75 प्रतिशत से घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दी गई। इसके कारण रिवर्स रेपो दर, जिस पर रिजर्व बैंक अन्य बैंकों से सीमित अवधि के लिए उधारी लेता है, 6.75 प्रतिशत से घटकर स्वत: 6.5 प्रतिशत हो गई।