ईरान ने भारतीय जहाजरानी निगम के एक टैंकर को मंगलवार को रोक लिया जो इराक से कच्चा तेल लेकर आ रहा था। सरकार इस टैंकर को छुड़ाने के लिए कूटनीतिक प्रयासों में लगी है।
अधिकारियों का कहना है कि इस टैंकर एमटी देश शांति को फारस की खाड़ी में रोक लिया गया था। इसके बाद बीते दो दिन से भारत तेहरान में अपने मिशन के जरिये लगातार बातचीत कर रहा है।
निगम के एक अधिकारी ने बताया कि एमटी देश शांति को ईरानी रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर्प (आईआरजीसी) ने फारस की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में रोक लिया। अधिकारियों ने कहा कि टैंक इराक से कच्चा तेल लेकर आ रहा था और आईआरजीसी ने इसे जब्त नहीं किया, बल्कि पर्यावरणीय चिंताओं के बीच कुछ जांच के लिए रोका है।
इस टैंकर को अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में रोका गया था और बाद में इसे ईरानी जल सीमा में ले जाया गया।
अधिकारियों ने कहा कि ईरानी अधिकारी पोत के कैप्टन से कुल हलफनामे लेने के बाद ही इसे जाने की अनुमति देने पर सहमत हुए। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जहाजरानी मंत्रायल इस मामले पर विचार कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह घटना ऐसे समय में हुई है जबकि भारत ईरान से कच्चे तेल का आयात कम करने के लिए कदम उठा रहा है।
भारत ने ईरान पर अमेरिका तथा यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को देखते हुए वहां से तेल का आयात घटा दिया है। भारत द्वारा ईरान से कच्चे तेल का आयात 2012-13 में 26.5 प्रतिशत से अधिक घट गया है। ईरान से कच्चे तेल का आयात 2012-13 में घटकर 1.33 करोड़ टन रहा गया।
इससे पहले सूत्रों ने कहा कि 31 मार्च को समाप्त साल में भारत के लिए सबसे बड़े कच्चा तेल निर्यातकों की सूची में ईरान छठे स्थान पर आ गया है।