दालों के दाम 190 रुपये किलो तक पहुंच जाने के बीच सरकार ने बुधवार को बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए कई उपायों की घोषणा की। सरकार ने कहा कि वह दालों का आयात करेगी और दाम कम रखने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष का इस्तेमाल करने के साथ ही दालों का बफर स्टॉक बनाएगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में अंतर-मंत्रालयी समूह ने घरेलू बाजार में मूल्य स्थिति की समीक्षा की। देश भर के खुदरा बाजारों में दालों की कीमत 187 से 190 रुपये किलो तक पहुंच गई है।
जेटली ने कहा कि सरकार ने 500 करोड़ रुपये के मूल्य स्थिरीकरण कोष के इस्तेमाल का निर्णय किया है। इसका उपयोग दालों के परिवहन, रख-रखाव, मिलिंग और प्रसंस्करण के लिए किया जाएगा, ताकि आयातित दालों की लागत में कमी लाई जा सके। इससे आपूर्ति बढ़ाने तथा कम कीमत पर खुदरा बाजार में दाल उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। साथ ही राज्यों से मुंबई के समीप जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह समेत अन्य बंदरगाहों पर पड़े दाल भंडार को उठाने के लिए कहा है।
जेटली ने कहा कि आपूर्ति बाधाओं से निपटने के लिए सरकार ने मुख्य रूप से आयात के जरिये दालों का बफर स्टॉक तैयार करने का निर्णय किया है। अंतर-मंत्रालयी समूह की बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, जेएनपीटी पर कुछ भंडार उपलब्ध होने को ध्यान में रखते हुए समूह ने भविष्य में इस प्रकार की समस्या से निपटने के लिए मुख्य रूप से आयात के जरिये दालों का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया है।