अब तक के सबसे बड़े विनिवेश के तहत आज कोल इंडिया लिमिटेड की 10 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री पेशकश सफल रही और सरकार को इससे 22,557.63 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। बिक्री पेशकश को उसके आकार से अधिक अभिदान प्राप्त हुआ, जिसमें घरेलू वित्तीय संस्थानों की काफी मदद रही।
कोल इंडिया की शेयर बिक्री पेशकश को उसके आकार के मुकाबले 1.07 गुना बोलियां मिली जिनका मूल्य 24,210 करोड़ रुपये रहा। सार्वजनिक अथवा निजी क्षेत्र की किसी भी कंपनी में यह अब तक कि सबसे बड़ी शेयर बिक्री है। इससे कोल इंडिया ने खुद का 2010 के आईपीओ का 15,000 करोड़ रुपये जुटाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
विनिवेश विभाग में सचिव अराधना जोहरी ने कोल इंडिया विनिवेश के बारे संवाददाताओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा कोल इंडिया बिक्री पेशकश में हालांकि, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्से में केवल 44 फीसदी के लिए ही बोली मिलीं। खुदरा वर्ग में 12.63 करोड़ शेयर रखे गए थे, जिसमें से आधे से भी कम 5.56 करोड़ शेयरों के लिए बोली मिली। मूल्य के हिसाब से खुदरा निवेशकों ने 1,929 करोड़ रुपये की बोली लगाई। यह राशि भी अपने आप में किसी भी विनिवेश में सबसे बड़ी है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों-एफआईआई, म्यूचुअल फंड, बैंकों और बीमा कंपनियों सहित सामान्य श्रेणी में उनके लिए आरक्षित शेयरों के मुकाबले 1.2 गुना शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। इस श्रेणी के लिये 50.53 करोड़ शेयरों के मुकाबले 62 करोड़ के लिए बोली प्राप्त हुई। एफआईआई ने अकेले इस श्रेणी में 5,919 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई।