रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने बुधवार को 4,444 करोड़ रुपये के रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। इनमें 2,324 करोड़ रुपये का सर्वे पोतों के लिए चार हेलिकॉप्टरों की खरीद का प्रस्ताव भी शामिल है।
टाटा संस तथा एयरबस के उस संयुक्त प्रस्ताव पर फैसला टाल दिया गया है, जिसमें भारतीय वायुसेना को एवरो परिवहन विमानों की जगह नए विमानों की आपूर्ति करने का प्रस्ताव किया गया है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता में डीएसी ने चार हेलिकॉप्टरों की खरीद के अलावा 1,682 करोड़ रुपये की लागत में मोबाइल इंटिग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रणाली के उन्नयन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
अधिकारी ने बताया कि डीएसी ने पी-7 हेवी ड्रॉप प्लेटफार्म की 402 करोड़ रुपये में खरीद के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दे दी है। इसका इस्तेमाल सेना के लॉजिस्टिक्स में किया जाएगा। इसके अलावा तटरक्षक संगठन की गश्ती पोतों के लिए प्रापेलर इंजन की खरीद के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। यह प्रस्ताव 36 करोड़ रुपये का है।
सूत्रों ने बताया कि डीवीसी टाटा संस तथा एयरबस के भारतीय वायुसेना के एवरो परिवहन बेड़े को बदलने के संयुक्त प्रस्ताव को लेकर किसी फैसले पर नहीं पहुंच सकी।
यूरोपीय गठजोड़ एयरबस डिफेंस एंड स्पेस ने टाटा एडवांस्ड सिस्टम के साथ 56 मध्यम परिवहन विमानों के लिए संयुक्त प्रस्ताव दिया था। यह प्रस्ताव तीन अरब डॉलर या करीब 20,000 करोड़ रुपये का है। इस ऑर्डर के लिए 14 अरब यूरो की एयरबस डिफेंस ने टाटा संस की अनुषंगी टीएएसएल के साथ गठजोड़ किया है।