वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. उसने अपने पहले अनुमान को 1.2 प्रतिशत संशोधित किया है. वर्ल्ड बैंक ने दक्षिण एशिया वृद्धि संबंधी मंगलवार को जारी अद्यतन जानकारी में कहा कि कुल मिलाकर 2024 में दक्षिण एशिया में वृद्धि दर 6.0 प्रतिशत मजबूत होने की उम्मीद है. यह मुख्य तौर पर भारत में मजबूत वृद्धि और पाकिस्तान तथा श्रीलंका के काफी हद तक पटरी पर लौटने से संभव होगा.
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण एशिया के अगले दो वर्षों तक दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र बने रहने की उम्मीद है. 2025 में वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
दक्षिण एशिया के लिए वर्ल्ड बैंक के उपाध्यक्ष मार्टिन रैज़र ने कहा, ‘‘ दक्षिण एशिया की वृद्धि संभावनाएं अल्पावधि में उज्ज्वल बनी हुई हैं, लेकिन नाजुक राजकोषीय स्थिति और बढ़ते जलवायु झटके चिंता का विषय हैं. वृद्धि को अधिक लचीला बनाने के लिए, देशों को निजी निवेश को बढ़ावा देने और रोजगार वृद्धि को मजबूत बनाने वाली नीतियां अपनाने की जरूरत है.''
दक्षिण एशिया के लिए वर्ल्ड बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री फ्रांज़िस्का ओहनसोरगे ने कहा, ‘‘ दक्षिण एशिया अभी अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का पूरा लाभ उठाने में विफल हो रहा है. वह मौका गंवा रहा है.''
उन्होंने कहा कि यदि क्षेत्र अन्य उभरते बाजारों तथा विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की तरह कामकाजी उम्र वाली आबादी के बड़े हिस्से को नियोजित करता है, तो उसकी उत्पादन क्षमता 16 प्रतिशत बढ़ सकती है.