वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने इस बार अपना बजट भाषण (Budget Speech) लगभग 92 मिनट में पूरा किया. यह उनका अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण है. पिछले साल उन्होंने एक घंटा 50 मिनट तक बजट स्पीच दी थी, जबकि साल 2020 में उनका बजट भाषण करीब 2 घंटे 40 मिनट तक चला था. तब निर्मला ने भारत के इतिहास में सबसे लंबा भाषण पढ़ने के लिए काफी सुर्खियां बटोरी थीं.
हालांकि, 2020 में सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने के दौरान उनकी तबीयत भी बिगड़ गई थी और वह असहज महसूस कर रही थीं. तब उन्हें बजट भाषण का आखिरी दो पन्ना छोड़ना पड़ा था और सदन में बैठ जाना पड़ा था.
मोदी सरकार 2.0 में जब निर्मला सीतारमण पहली बार वित्त मंत्री बनीं तब 2019 में उन्होंने अपना पहला बजट भाषण पढ़ा था. तब उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह के 2 घंटे और 15 मिनट के साल 2003 के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 2 घंटे 17 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा था.
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इस साल सीतारमण ने डिजिटल बजट पेश किया और बजट भाषण के दौरान वह टैबलेट पर उसे स्क्रॉल करती देखी गईं. अपने भाषण को हिंदू, उर्दू और तमिल दोहों से अलंकृत करने के लिए जानी जाने वाली सीतारमण ने इस साल महाभारत के शांतिपर्व के एक श्लोक का जिक्र किया जिसमें राजधर्म की बात कही गई है. आमतौर पर बजट प्रस्तुत करने की अवधि 90 से 120 मिनट तक होती है.
वीडियो: बजट भाषण में वित्त मंत्री ने महाभारत के शांतिपर्व के श्लोक का किया जिक्र