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रिश्तेदारों ने कहा बदसूरत, मां ने हिंदी सिनेमा में बनाया सुपरस्टार, लेकिन बेटी ने मां को ही लगवा दिए कोर्ट के चक्कर, 20 सालों तक नहीं की बात- पढ़ें पूरी कहानी

इस एक्ट्रेस ने महज 14 साल की उम्र बॉलीवुड में डेब्यू किया था और 16 साल की उम्र में मिस इंडिया का खिताब अपने नाम किया. इस बेहद टैलेंटेड एक्ट्रेस ने फिल्मों में अभिनेत्रियों के महज शोपीस के तौर पर इस्तेमाल होने की परंपरा को बदला दिया.

रिश्तेदारों ने कहा बदसूरत, मां ने हिंदी सिनेमा में बनाया सुपरस्टार, लेकिन बेटी ने मां को ही लगवा दिए कोर्ट के चक्कर, 20 सालों तक नहीं की बात- पढ़ें पूरी कहानी
महज 16 साल की उम्र में मिस इंडिया का खिताब अपने नाम किया
नई दिल्ली:

महज 14 साल की उम्र में इस एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था और 16 साल की उम्र में मिस इंडिया का खिताब अपने नाम किया. उस दौर में यह वुमन सेंट्रिक फिल्मों की जान गई. यही नहीं इस बेहद टैलेंटेड एक्ट्रेस ने फिल्मों में अभिनेत्रियों के महज शोपीस के तौर पर इस्तेमाल होने की परंपरा को बदला दिया. और अपनी दमदार एक्टिंग के कारण  सबसे ज्यादा फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड भी लंबे समय तक इनके नाम रहा. हिंदी सिनेमा में कई अभिनेत्रियां रही हैं, जिन्होंने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाईं और उन्हें सुपरस्टार का दर्जा हासिल हुआ. उन्होंने अपनी फिल्मों से दर्शकों के दिलों पर राज किया.उन्हीं में से एक हैं नूतन.

नूतन का जन्म 4 जून 1936 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता डायरेक्टर और कवि कुमारसेन समर्थ थे और मां सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस शोभना समर्थ थीं. उनकी छोटी बहन मशहूर अभिनेत्री तनुजा हैं, जो एक्ट्रेस काजोल की मां हैं. नूतन ने 1950 में फिल्म हमारी बेटी से बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म का निर्माण उनकी मां शोभना समर्थ ने किया था. अमिया चक्रवर्ती की फिल्म सीमा के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड्स मिला. इसके बाद 'सुजाता' 'कर्मा' और'बंदिनी'जैसी फिल्मों से नूतन उस दौर की दिग्गज अभिनेत्रियों की लिस्ट में शामिल हो गईं. नूतन का स्टारडम ऐसा था कि शादी के बाद भी उन्हें फिल्मों में लेने के लिए तैयार रहते थे.

नूतन के बारे में कहा जाता है कि 1951 में उनकी फिल्म ‘नगीना' रिलीज हुई. जिसमें डरावने सीन भी थे. इसलिए नाबालिगों के लिए फिल्म देखने की मनाही थी. नूतन तब महज 15 साल थी. वे अपने अपने फैमिली फ्रेंड शम्मी कपूर के साथ फिल्म के प्रीमियर पर पहुंची. उन्हें लग रहा था कि वो फिल्म की हीरोइन हैं और उनका जोरदार स्वागत होगा, लेकिन वॉचमैन ने थिएटर के गेट पर ही नूतन को रोक दिया और काफी बहस के बाद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया.

दिग्गज निर्देशक संजय लीला भंसाली ने एक इंटरव्यू में नूतन के बारे में कहा था कि उन्होंने नूतन की तरह सहज और करिश्माई एक्ट्रेस नहीं देखी. वह चाहकर भी किसी से नूतन जैसी एक्टिंग नहीं करवा सकते. नूतन ने परदे पर साड़ी में लिपटी शांत, सरल और सुलझी हुई महिला का किरदार भी निभाया और स्क्रिप्ट की डिमांड पर बोल्ड कपड़ों में भी नजर आईं. नूतन को फिल्म में लेने से पहले मेकर्स सुनिश्चित करते थे कि फीमेल लीड की भूमिका सशक्त और हीरो के बराबर की होनी चाहिए. 

मां बेटी में अनबन 

पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने लेफ्टीनेंट कमांडर रजनीश बहल से शादी की. नूतन जब स्टार बन गईं थीं. उसी दौरान उनकी मां शोभना के साथ अनबन हो गईं. दरअसल शोभना समर्थ ही बेटी नूतन के पैसों को संभालती थीं. उनकी फिल्मों की फीस से लेकर इनवेस्टमेंट तक का जिम्मा शोभना पर ही था. बाद में नूतन ने अपनी मां पर उनके पैसों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. मां बेटी के बीच कई सालों तक कोर्ट केस चला और दोनों ने 20 सालों तक बात नहीं की. नूतन के ऐसे व्यवहार के लिए शोभना समर्थ ने दामाद रजनीश बहल पर आरोप लगाया था. नूतन और रजनीश बहल के बेटे एक्टर मोहनीश बहल हैं. उनकी पोती प्रनुतन बहल भी एक एक्ट्रेस हैं.

बता दें कि 90 के दशक में नूतन को ब्रेस्ट कैंसर हुआ था और 1991 में महज 54 साल की उम्र में नूतन ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. 
 

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