
सिंगिंग की दुनिया में स्वर्गीय लता मंगेशकर का खूब नाम है. हालांकि इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में लता जी के बाद कई महिला सिंगर्स आईं और खूब नाम कमाया. वहीं, 1980 और 90 के दशक में इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसी गायिकाएं हुई जिन्होंने एक से बढ़ कर एक गाने दिए. समय के साथ कविता कृष्णमूर्ति, अल्का याग्निक, अनुराधा पौडवाल और साधना सरगम जैसी लीड गायिका मिलीं, लेकिन जिनके गाने आज भी यूट्यूब पर सबसे ज्यादा सुने जाते हैं. हालांकि इन के बीच एक ऐसी सिंगर भी थीं, जिन्हें 90 में खूब पसंद किया गया. वो सिंगर हैं साधना सरमग. 90 में लोगों के दिलों पर राज करने वाली सिंगिंग बाद में सिंगिंग की दुनिया से गायब हो गईं.
साधना सरगम को मिले कई अवार्ड्स
कहा जाता है कि साधना सरगम साउथ सिनेमा में लता और आशा मंगेशकर से भी ज्यादा पॉपुलर थी. 55 साल की सिंगर का आज के समय में उनके फैंस उनका गाना सुनने को तरस रहे हैं. महाराष्ट्र के दाभोल में पैदा हुईं साधना सरगम ने हिंदी, मराठी, बंगाली, नेपाली और तमिल भाषा में गाने गाए हैं. साधना सरगम को अपनी गायिकी के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड भी मिला है. इसके अलावा फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ, पांच महाराष्ट्र स्टेट फिल्म अवार्ड, चार गुजरात स्टेट फिल्म अवार्ड्स और एक ओडिशा स्टेट फिल्म अवार्ड मिला है.
15 हजार से ज्यादा गाने गाए
साधना सरगम को संगीत विरासत में मिला है. उनकी मां नीला घानेकर एक क्लासिकल सिंगर थीं. साधना ने पहली बार फिल्म तृष्णा (1978) में किशोर कुमार के गाने 'पम पारारमपम, बोले जीवन की सरगम' में कोरस किया था. साधना ने 6 साल की उम्र में दूरदर्शन के लिए सॉन्ग 'एक अनेक और एकता' भी गाया था. साधना ने 1982 में सुभाष घई की फिल्म 'विधाता' के सॉन्ग 'सात सहेलियां' से अपना सिंगिंग डेब्यू किया था. गाने में पद्मिनी कोल्हापुरी एक्ट्रेस थीं और इस गाने को कल्याणजी-आनंदजी ने कंपोज किया था. गाने में किशोर कुमार और अल्का याग्निक की भी आवाज दी थी. साधना ने अपने अब तक के करियर में 36 भाषाओं में 15 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. बता दें, फिल्म 'विश्वात्मा' का ऑल टाइम चार्टबस्टर सॉन्ग 'सात समंदर पार मैं तेरे..' भी साधना सरगम ने ही गाया है.गुमनाम सिंगर साधना सरगम बीते दिनों कुंभ में दिखी थीं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं