
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई फिल्में बनी हैं, जो अपनी अमिट छाप छोड़ गई हैं. ऐसी ही एक फिल्म है, जो साल 2016 में रिलीज हुई थी. यह एक बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म थी. इस फिल्म का निर्देशन हंसल मेहता ने किया था. फिल्म के मुख्य अभिनेता मनोज बाजपेयी और हॉरर फिल्म 'स्त्री' वाले राजकुमार राव थे. IMDb के मुताबिक, इस फिल्म का ट्रेलर रात 10 के बाद ही टीवी पर आता था. यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित, इतनी संवेदनशील मुद्दे पर थी कि इसे सेंसर बोर्ड ने इस A सर्टिफिकेट से सौंपा था. सेंसर बोर्ड के इस फैसले से डायरेक्टर बौखला गए थे और कोर्ट में केस तक करने की धमकी दी थी.
कौनसी है फिल्म और क्या है कहानी?
इस फिल्म का नाम है अलीगढ़, जो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्रीनिवास रामचंद्र सिरास और एक रिक्शा चालक की असल कहानी पर बेस्ड है. गौरतलब है कि प्रोफेसर और रिक्शा चालक अब्दुल के समलैंगिक संबंध थे और साल 2010 में दो स्थानीय लोगों ने प्रोफेसर के घर से इनका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था. वीडियो रिकॉर्ड होने के कुछ महीने बाद ही प्रोफेसर अपने घर में मृत पाए गए थे और हंसल मेहता ने इस कहानी पर फिल्म अलीगढ़ तैयार की थी. इसमें मनोज बाजपेयी ने प्रोफेसर का रोल प्ले किया था. फिल्म में राजकुमार राव ने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है.
मनोज वाजपेयी को मिला था अवार्ड
फिल्म की अन्य स्टारकास्ट में आशीष विद्यार्थी, इश्वक सिंह, दिलनाज ईरानी हैं. वहीं, फिल्म में रिक्शे वाला का किरदार प्रशांत कुमार ने प्ले किया था. फिल्म अलीगढ़ का 20वें बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 4 अक्टूबर 2015 को प्रीमियर हुआ था और 26 फरवरी 2016 में यह फिल्म भारत में रिलीज हुई थी. मनोज बाजपेयी को फिल्म में प्रोफेसर का रोल प्ले करने के लिए बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड मिला था. 11 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने महज 4.27 करोड़ रुपये कमाए थे. इस फिल्म में एडल्ट सीन होने के चलते इसका ट्रेलर टीवी पर रात को 10 बजे के बाद दिखाया जाता था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं