मुंबई:
सलमान ख़ान अब सिर्फ बॉलीवुड का सुपरस्टार या मेगा स्टार नहीं हैं, वो सबके 'भाईजान' बन चुके हैं। अगर फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' टाइटल है तो ये टाइटल बाद में आया है। सलमान पिछले कुछ सालों से वैसे भी बॉलीवुड के भाईजान बन चुके हैं और बहुत सारे लोग इन्हें भाईजान कहकर बुलाते हैं।
कुछ तो बात है इस शख़्स में, कुछ तो करिश्मा है इनके व्यक्तित्व में, कुछ तो चमक है इनकी पेशानी में जो सलमान को बॉलीवुड का सबसे बड़ा स्टार बनाता है, सबका भाईजान बनाता है।
एक सुपरस्टार की हैसियत से सलमान ख़ान ने सब कुछ पाया। सितारों की सबसे ऊंची मंज़िल पर सलमान पहुंचे। ऐसे मुकाम पर जहां फिल्मों के लिए सलमान ख़ान का नाम ही काफ़ी है। बॉक्स ऑफिस पर सलमान के नाम पर सिक्कों की बौछार होती है। और ये सब कुछ हासिल करने के लिए सलमान ने भी आम कलाकार की तरह ही शुरुआत भी की और मेहनत भी।
फिल्मों के मशहूर लेखक सलीम-जावेद की जोड़ी से सलीम ख़ान के घर में जन्म हुआ सलमान ख़ान का मुम्बई में। मुम्बई के बांद्रा इलाक़े में बांद्रा बॉयज की तरह जवान हुए। 1988 में फ़िल्म 'बीवी हो तो ऐसी' से परदे पर फ़ारुक़ शैख़ के छोटे भाई बनकर आए मगर जल्द ही 1989 में फ़िल्मकार सूरज बड़जात्या ने सलमान को परदे पर नाम दिया 'प्रेम' का और फ़िल्म बनाई 'मैंने प्यार किया'।
ये फ़िल्म इतनी बड़ी हिट हुई कि अब सलमान युवा दिलों की धड़कन बन चुके थे। इसके बाद 'बाग़ी' और 'पत्थर के फूल' भी ठीक ठाक चली और फ़िल्म 'साजन' से सलमान और ऊपर आये क्योंकि ये फ़िल्म भी बड़ी हिट हो चुकी थी।
मगर 'साजन' के बाद एक बुरा दौर आया जब 'सूर्यवंशम', 'दिल तेरा आशिक़' और 'जागृति' फ्लॉप हो गई तब एक बार फिर सूरज बड़जात्या ने सलमान को परदे पर प्रेम बनाकर उतरा 1994 में फ़िल्म 'हम आपके हैं कौन' में। ये फ़िल्म आज भी भारत की सबसे बड़ी 10 हिट फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फ़िल्म ने सलमान ख़ान को सुपरस्टार बना दिया।
उसके बाद 'अंदाज़ अपना अपना', 'करण अर्जुन', 'जीत', 'जुड़वां' और 'प्यार किया तो डरना क्या' जैसी सफल फिल्में देकर सलमान 90 के दशक के सबसे बड़े सितारों में एक बन चुके थे और अपने प्रतिद्वंदियों आमिर ख़ान और शाहरुख़ ख़ान को बॉक्स ऑफिस पर टक्कर देते हुए अपने लिए अलग मुक़ाम बना चुके थे।
मगर मिलेनियम की शुरुआत सलमान के लिए खुशगवार नहीं थी। 2000 के चढ़ने के बाद फ़िल्म 'हम तुम्हारे हैं सनम', 'हर दिल जो प्यार करेगा', 'तुमको न भूल पाएंगे' और 'ये है जलवा' जैसी फिल्में फ्लॉप हो गई मगर फ़िल्म 'तेरे नाम' से सलमान ने ज़बरदस्त वापसी की। इसके बाद फ़िल्म 'गर्व', 'नो एंट्री', 'मुझसे शादी करोगी' और 'पार्टनर' जैसी फिल्में लगातार बड़ी हिट होती चली गईं।
एक बार फिर छोटा सा फेज आया जब फ़िल्म 'जाने मन', 'सलाम ए इश्क़' और 'युवराज' फ्लॉप हुई मगर 2008 में आयी फ़िल्म 'वांटेड' से सलमान ख़ान की मानो काया ही पलट गई। 'वांटेड' के बाद फ़िल्म 'वीर' हालांकि सफ़ल नहीं हुई, लेकिन इसके बाद फ़िल्म 'दबंग' से ऐसी सफ़लता की मिसाल बनाई जो किस्मत वालों को ही मिलती है।
दबंग से 100 करोड़ का कलेक्शन पार करने के बाद सलमान ख़ान बॉक्स ऑफिस के दबंग बन गए और उसके बाद उनकी सभी फिल्में सुपर हिट हुईं और 100 करोड़ से ज़्यादा की कमाई की। दबंग के बाद 'बॉडीगार्ड', 'रेडी', 'दबंग2', 'जय हो' और 'एक था टाइगर' जैसी सभी फिल्मों ने 100 करोड़ से ज़्यादा का आंकड़ा पार किया। इसके बाद सलमान ने फ़िल्म 'किक' से बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लिया। अब फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' आ रही है और ऐसा लगता है कि ये फ़िल्म भी 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगी।
सलमान ख़ान की बड़ी फैन फॉलोइंग ने इन्हें अलग मुक़ाम पर खड़ा किया। सलमान ने जब-जब जो-जो किया वो फैशन बन गया। जब सलमान ने फ़िल्म 'प्यार किया तो डरना क्या' में पहली बार शर्ट उतरी तब फिल्मों में कमीज़ उतारने का फैशन सा बन गया। युवाओं को अच्छी बॉडी बनाने का जोश भी सलमान ने ही दिया और सलमान को ही देखकर युवा बॉडी बनाने के लिए उतर गए और देश में जिम्नेजियम का चलन बढ़ा।
सलमान ने जब फ़िल्म 'तेरे नाम' में माथे पर गिरे हुए लंबे बाल रखे तब युवाओं ने उस हेयर स्टाइल को ख़ूब अपनाया। सलमान ने जब फ़िल्म वांटेड की तब वांटेड ख़ान कहलाये, जब फ़िल्म बॉडी गार्ड की तब बॉडीगार्ड कहलाये, जब फ़िल्म दबंग की तब दबंग ख़ान कहलाए। यानी अलग-अलग फिल्मों से अलग-अलग टाइटल हासिल करते रहे। अब जब से फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' के प्रोमो शुरू हुए हैं तब से सलमान 'बजरंगी भाईजान' भी कहलाने लगे हैं।
सलमान ख़ान ने अपने लंबे फिल्मी सफ़र में हर तरह की भूमिकाएं निभाई। अपने अलग अंदाज़ के लिए अलग जगह बनाई और अलग तरह के बिंदास डांस के लिए अलग मुकाम बनाया।
सलमान ख़ान ने अपने परिवार का भरपूर ख्याल रखा। अभिनय से करीब-करीब दूर हो चुके अपने भाई अरबाज़ और सोहैल ख़ान व जीजा अतुल अग्निहोत्री को निर्माता और निर्देशक बनाया। इनकी फिल्मों में सलमान अभिनय करते हैं और फ़िल्म हिट होती है। सलमान ख़ान अपने परिवार के साथ-साथ दूसरों की भी खूब सहायता करते हैं। संगीतकार हिमेश रेशमिया, साजिद-वाजिद को कामयाब बनाने का श्रेय भी सलमान को ही जाता है।
कैटरीना कैफ़ और सोनाक्षी सिन्हा को भी स्टार सलमान ने ही बनाया है। पिछले कुछ समय से नाकाम रहे निर्देशक सूरज बड़जात्या को निर्देशन में वापसी का मौका सलमान दे रहे हैं फ़िल्म 'प्रेम रतन धन पायो' से। ऐसी बहुत सारी मिसालें हैं जिनके लिए सलमान सहारा बनकर खड़े रहते हैं। ऐसे में ज़ाहिर है कि सलमान को किसी न किसी की दुआ लगेगी ही।
सलमान सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। ईद हो या दीवाली, नवरात्री हो या गणपति, सभी त्योहारों को मनाते हैं। सलमान ख़ान समाज सेवा से भी पिछले कई सालों से जुड़े रहे हैं। बीइंग ह्यूमन नाम की संस्था बनाई है जिसके द्वारा गरीबों की सहायता होती है। गरीबों का इलाज करते हैं सलमान। अपनी मेहनत की कमाई का बड़ा हिस्सा सलमान ख़ान बीइंग ह्यूमन के माध्यम से गरीबों की सहायता में लगाते हैं। ज़ाहिर है ग़रीबों की आवाज़ और दुआ सीधे भगवान के पास पहुंचती है जिसका फल सलमान को मिल रहा है, उनकी अपार सफ़लता के नाम पर।
सलमान ख़ान ने अपने जीवन में जो चाहा हासिल किया, फिर वो चाहे स्टारडम हो, बॉक्स ऑफिस पर अपार सफ़लता हो, बड़ी फ़ैन फॉलोइंग हो, परिवार का प्यार हो, दोस्तों की दोस्ती हो, सम्मान हो या फिर लाखों प्रशंसकों की दुआ... वाकई कुछ तो बात है सलमान में, तभी तो वो सबका भाईजान है।
कुछ तो बात है इस शख़्स में, कुछ तो करिश्मा है इनके व्यक्तित्व में, कुछ तो चमक है इनकी पेशानी में जो सलमान को बॉलीवुड का सबसे बड़ा स्टार बनाता है, सबका भाईजान बनाता है।
एक सुपरस्टार की हैसियत से सलमान ख़ान ने सब कुछ पाया। सितारों की सबसे ऊंची मंज़िल पर सलमान पहुंचे। ऐसे मुकाम पर जहां फिल्मों के लिए सलमान ख़ान का नाम ही काफ़ी है। बॉक्स ऑफिस पर सलमान के नाम पर सिक्कों की बौछार होती है। और ये सब कुछ हासिल करने के लिए सलमान ने भी आम कलाकार की तरह ही शुरुआत भी की और मेहनत भी।
फिल्मों के मशहूर लेखक सलीम-जावेद की जोड़ी से सलीम ख़ान के घर में जन्म हुआ सलमान ख़ान का मुम्बई में। मुम्बई के बांद्रा इलाक़े में बांद्रा बॉयज की तरह जवान हुए। 1988 में फ़िल्म 'बीवी हो तो ऐसी' से परदे पर फ़ारुक़ शैख़ के छोटे भाई बनकर आए मगर जल्द ही 1989 में फ़िल्मकार सूरज बड़जात्या ने सलमान को परदे पर नाम दिया 'प्रेम' का और फ़िल्म बनाई 'मैंने प्यार किया'।
ये फ़िल्म इतनी बड़ी हिट हुई कि अब सलमान युवा दिलों की धड़कन बन चुके थे। इसके बाद 'बाग़ी' और 'पत्थर के फूल' भी ठीक ठाक चली और फ़िल्म 'साजन' से सलमान और ऊपर आये क्योंकि ये फ़िल्म भी बड़ी हिट हो चुकी थी।
मगर 'साजन' के बाद एक बुरा दौर आया जब 'सूर्यवंशम', 'दिल तेरा आशिक़' और 'जागृति' फ्लॉप हो गई तब एक बार फिर सूरज बड़जात्या ने सलमान को परदे पर प्रेम बनाकर उतरा 1994 में फ़िल्म 'हम आपके हैं कौन' में। ये फ़िल्म आज भी भारत की सबसे बड़ी 10 हिट फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फ़िल्म ने सलमान ख़ान को सुपरस्टार बना दिया।
उसके बाद 'अंदाज़ अपना अपना', 'करण अर्जुन', 'जीत', 'जुड़वां' और 'प्यार किया तो डरना क्या' जैसी सफल फिल्में देकर सलमान 90 के दशक के सबसे बड़े सितारों में एक बन चुके थे और अपने प्रतिद्वंदियों आमिर ख़ान और शाहरुख़ ख़ान को बॉक्स ऑफिस पर टक्कर देते हुए अपने लिए अलग मुक़ाम बना चुके थे।
मगर मिलेनियम की शुरुआत सलमान के लिए खुशगवार नहीं थी। 2000 के चढ़ने के बाद फ़िल्म 'हम तुम्हारे हैं सनम', 'हर दिल जो प्यार करेगा', 'तुमको न भूल पाएंगे' और 'ये है जलवा' जैसी फिल्में फ्लॉप हो गई मगर फ़िल्म 'तेरे नाम' से सलमान ने ज़बरदस्त वापसी की। इसके बाद फ़िल्म 'गर्व', 'नो एंट्री', 'मुझसे शादी करोगी' और 'पार्टनर' जैसी फिल्में लगातार बड़ी हिट होती चली गईं।
एक बार फिर छोटा सा फेज आया जब फ़िल्म 'जाने मन', 'सलाम ए इश्क़' और 'युवराज' फ्लॉप हुई मगर 2008 में आयी फ़िल्म 'वांटेड' से सलमान ख़ान की मानो काया ही पलट गई। 'वांटेड' के बाद फ़िल्म 'वीर' हालांकि सफ़ल नहीं हुई, लेकिन इसके बाद फ़िल्म 'दबंग' से ऐसी सफ़लता की मिसाल बनाई जो किस्मत वालों को ही मिलती है।
दबंग से 100 करोड़ का कलेक्शन पार करने के बाद सलमान ख़ान बॉक्स ऑफिस के दबंग बन गए और उसके बाद उनकी सभी फिल्में सुपर हिट हुईं और 100 करोड़ से ज़्यादा की कमाई की। दबंग के बाद 'बॉडीगार्ड', 'रेडी', 'दबंग2', 'जय हो' और 'एक था टाइगर' जैसी सभी फिल्मों ने 100 करोड़ से ज़्यादा का आंकड़ा पार किया। इसके बाद सलमान ने फ़िल्म 'किक' से बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लिया। अब फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' आ रही है और ऐसा लगता है कि ये फ़िल्म भी 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगी।
सलमान ख़ान की बड़ी फैन फॉलोइंग ने इन्हें अलग मुक़ाम पर खड़ा किया। सलमान ने जब-जब जो-जो किया वो फैशन बन गया। जब सलमान ने फ़िल्म 'प्यार किया तो डरना क्या' में पहली बार शर्ट उतरी तब फिल्मों में कमीज़ उतारने का फैशन सा बन गया। युवाओं को अच्छी बॉडी बनाने का जोश भी सलमान ने ही दिया और सलमान को ही देखकर युवा बॉडी बनाने के लिए उतर गए और देश में जिम्नेजियम का चलन बढ़ा।
सलमान ने जब फ़िल्म 'तेरे नाम' में माथे पर गिरे हुए लंबे बाल रखे तब युवाओं ने उस हेयर स्टाइल को ख़ूब अपनाया। सलमान ने जब फ़िल्म वांटेड की तब वांटेड ख़ान कहलाये, जब फ़िल्म बॉडी गार्ड की तब बॉडीगार्ड कहलाये, जब फ़िल्म दबंग की तब दबंग ख़ान कहलाए। यानी अलग-अलग फिल्मों से अलग-अलग टाइटल हासिल करते रहे। अब जब से फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' के प्रोमो शुरू हुए हैं तब से सलमान 'बजरंगी भाईजान' भी कहलाने लगे हैं।
सलमान ख़ान ने अपने लंबे फिल्मी सफ़र में हर तरह की भूमिकाएं निभाई। अपने अलग अंदाज़ के लिए अलग जगह बनाई और अलग तरह के बिंदास डांस के लिए अलग मुकाम बनाया।
सलमान ख़ान ने अपने परिवार का भरपूर ख्याल रखा। अभिनय से करीब-करीब दूर हो चुके अपने भाई अरबाज़ और सोहैल ख़ान व जीजा अतुल अग्निहोत्री को निर्माता और निर्देशक बनाया। इनकी फिल्मों में सलमान अभिनय करते हैं और फ़िल्म हिट होती है। सलमान ख़ान अपने परिवार के साथ-साथ दूसरों की भी खूब सहायता करते हैं। संगीतकार हिमेश रेशमिया, साजिद-वाजिद को कामयाब बनाने का श्रेय भी सलमान को ही जाता है।
कैटरीना कैफ़ और सोनाक्षी सिन्हा को भी स्टार सलमान ने ही बनाया है। पिछले कुछ समय से नाकाम रहे निर्देशक सूरज बड़जात्या को निर्देशन में वापसी का मौका सलमान दे रहे हैं फ़िल्म 'प्रेम रतन धन पायो' से। ऐसी बहुत सारी मिसालें हैं जिनके लिए सलमान सहारा बनकर खड़े रहते हैं। ऐसे में ज़ाहिर है कि सलमान को किसी न किसी की दुआ लगेगी ही।
सलमान सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। ईद हो या दीवाली, नवरात्री हो या गणपति, सभी त्योहारों को मनाते हैं। सलमान ख़ान समाज सेवा से भी पिछले कई सालों से जुड़े रहे हैं। बीइंग ह्यूमन नाम की संस्था बनाई है जिसके द्वारा गरीबों की सहायता होती है। गरीबों का इलाज करते हैं सलमान। अपनी मेहनत की कमाई का बड़ा हिस्सा सलमान ख़ान बीइंग ह्यूमन के माध्यम से गरीबों की सहायता में लगाते हैं। ज़ाहिर है ग़रीबों की आवाज़ और दुआ सीधे भगवान के पास पहुंचती है जिसका फल सलमान को मिल रहा है, उनकी अपार सफ़लता के नाम पर।
सलमान ख़ान ने अपने जीवन में जो चाहा हासिल किया, फिर वो चाहे स्टारडम हो, बॉक्स ऑफिस पर अपार सफ़लता हो, बड़ी फ़ैन फॉलोइंग हो, परिवार का प्यार हो, दोस्तों की दोस्ती हो, सम्मान हो या फिर लाखों प्रशंसकों की दुआ... वाकई कुछ तो बात है सलमान में, तभी तो वो सबका भाईजान है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं