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श्रीदेवी का चांदनी लुक हो या सिलसिला की रेखा, इस डायरेक्टर की वजह से खूबसूरती की मिसाल बनीं ये 10 एक्ट्रेसेज

आज हम जिस डायरेक्टर और एक्ट्रेसेज की चर्चा करने जा रहे हैं ये जोड़ियां बेमिसाल रहीं और हर बार पर्दे पर ऐसा जादू बिखेरा कि कमाल ही कर दिया.

श्रीदेवी का चांदनी लुक हो या सिलसिला की रेखा, इस डायरेक्टर की वजह से खूबसूरती की मिसाल बनीं ये 10 एक्ट्रेसेज
यश चोपड़ा ने इन हीरोइनों को दिए यादगार इमेज
नई दिल्ली:

पिछले पांच दशकों से यशराज फिल्म्स (YRF) ना केवल नई प्रतिभाओं को लॉन्च करने का प्लेटफॉर्म बना है, बल्कि इसने बॉलीवुड की कुछ सबसे प्रतिष्ठित अभिनेत्रियों के करियर को आकार देने में भी अहम भूमिका निभाई है. रेखा जैसी अद्भुत कलाकार से लेकर बहुमुखी प्रतिभा की धनी रानी मुखर्जी तक — YRF ने हमेशा ऐसी कहानियां पेश की हैं जिनमें महिला किरदार केंद्र में होते हैं और दमदार तरीके से उभरते हैं.

अब आगामी रोमांटिक ड्रामा सैयारा के साथ, यह बैनर अपनी नई प्रेरणा के रूप में पेश कर रहा है अनीत पड्डा को. बिग गर्ल्स डोंट क्राई और सलाम वेंकी में अपनी छाप छोड़ने के बाद, अनीत अब अहान पांडे के साथ मुख्य भूमिका में नजर आएंगी. सैयारा  के गानों को मिल रही सराहना इस बात का संकेत है कि अनीत पहले ही दर्शकों के दिल में जगह बना रही हैं और वह YRF की अगली बड़ी स्टार बन सकती हैं.

सैयारा के 18 जुलाई को रिलीज से पहले, आइए नजर डालते हैं उन शानदार अभिनेत्रियों पर जिन्होंने यशराज की फिल्मों को रौशन किया और जिनके नक्शेकदम पर अब अनीत चलने के लिए तैयार हैं.

रेखा: 'सिलसिला' में गरिमा और जटिल भावनाओं की मिसाल
1981 में सिलसिला में रेखा ने चांदनी का किरदार निभाया. एक ऐसा किरदार जो भारतीय सिनेमा के इतिहास में अमर हो गया. अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के साथ स्क्रीन साझा करते हुए, रेखा ने एक संयमी और आत्मविश्लेषी पात्र को जीवंत किया. यह भूमिका उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और उन्हें अधिक गहराई वाले किरदारों के लिए स्थापित किया.

सिलसिला की रेखा

सिलसिला की रेखा


श्रीदेवी: 'चांदनी' में जादू का अहसास
अगर रेखा सिलसिला की चांदनी थीं तो श्रीदेवी ने 1989 में उस नाम को सजीव किया. यश चोपड़ा ने पहली बार किसी महिला स्टार को फिल्म के केंद्र में रखा और यह प्रयोग सफल रहा. श्रीदेवी की खूबसूरती, मासूमियत और अभिनय की गहराई ने उन्हें एक सच्ची सुपरस्टार बना दिया.

चांदनी में श्रीदेवी का लुक आज तक कॉपी किया जाता है.

चांदनी में श्रीदेवी का लुक आज तक कॉपी किया जाता है.

माधुरी दीक्षित: एक पीढ़ी की ड्रीम गर्ल
1997 तक माधुरी दीक्षित पहले ही एक बड़ा नाम बन चुकी थीं, लेकिन दिल तो पागल है में माया की भूमिका ने उनके आकर्षण को और ऊंचाइयों तक पहुंचाया. यश चोपड़ा के क्रिएटिव विजन और माधुरी की अदाकारी ने माया को हर युवा दिल की धड़कन बना दिया. इस किरदार के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला.

ऐश्वर्या राय बच्चन
मोहब्बतें की आत्मा से लेकर बंटी और बबली के "कजरारे" और धूम 2 की मोहक चोर तक YRF की फिल्मों ने ऐश्वर्या को खुद को हर बार नए रूप में पेश करने का मौका दिया. उन्होंने हर किरदार में अपनी छाप छोड़ी और अपने अभिनय की विविधता को साबित किया.

ऐश्वर्या राय के इस लुक को कोई कैसे भुला सकता है.

ऐश्वर्या राय के इस लुक को कोई कैसे भुला सकता है.

रानी मुखर्जी
रानी मुखर्जी के बिना YRF की एक्ट्रेसेज की चर्चा अधूरी है. बंटी और बबली, दिल बोले हड़िप्पा! जैसे किरदारों से लेकर वीर-जारा जैसी गहरी फिल्मों और मर्दानी जैसी सशक्त फ्रेंचाइजी तक — रानी का YRF के साथ सफर सशक्त महिलाओं की दास्तान है. वह एकमात्र अभिनेत्री हैं जिन्होंने YRF के बैनर तले अपनी खुद की एक्शन फ्रेंचाइजी चलाई.

काजोल
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे सिर्फ फिल्म नहीं, बल्कि सांस्कृतिक क्रांति थी. शाहरुख के साथ काजोल की सिमरन ने रोमांस को एक नया आयाम दिया. ब्रेक के बाद, उन्होंने फना जैसी फिल्म से YRF में फिर वापसी की और अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई.

डीडीएलजे में काजोल कुछ अलग ही लगीं.

डीडीएलजे में काजोल कुछ अलग ही लगीं.

अनुष्का शर्मा
आदित्य चोपड़ा की खोज अनुष्का शर्मा ने रब ने बना दी जोड़ी से धमाकेदार डेब्यू किया. बिना फिल्मी पृष्ठभूमि के, उन्होंने बैंड बाजा बारात, जब तक है जान और सुल्तान जैसी फिल्मों से खुद को स्थापित किया और नई पीढ़ी की सबसे भरोसेमंद स्टार बन गईं.

अनुष्का का डेब्यू भी यशराज बैनर से हुआ.

अनुष्का का डेब्यू भी यशराज बैनर से हुआ.

कैटरीना कैफ
YRF में कैटरीना की यात्रा ने टाइगर फ्रेंचाइजी के साथ नया मोड़ लिया. जोया के रूप में वह YRF की पहली महिला जासूस बनीं और उन्होंने यह साबित किया कि वह स्टाइल और सब स्टांस दोनों में परिपूर्ण हैं. एक था टाइगर, टाइगर जिंदा है और टाइगर 3 जैसी फिल्मों ने उनकी स्थिति को और मजबूत किया.

भूमि पेडनेकर
दम लगाके हईशा जैसी अनूठी फिल्म से शुरुआत करते हुए भूमि ने पारंपरिक हीरोइन की छवि को तोड़ा. हर किरदार में उन्होंने साहसिकता दिखाई और यह दर्शाया कि प्रभावशाली कहानियों और अभिनय में शक्ति होती है.

शार्वरी
बंटी और बबली 2 से शुरुआत करने वाली शर्वरी ने मुंजा में अपनी पहली ₹100 करोड़ की फिल्म दी, महाराज  में प्रभावित किया और वेदा में मजबूती से अभिनय किया. अब वह अल्फा में आलिया भट्ट के साथ मुख्य भूमिका में हैं और इम्तियाज अली की अगली फिल्म में भी नजर आएंगी. सूरज बड़जात्या की अगली फिल्म में भी उनका अहम किरदार है. यह सब दर्शाता है कि वह YRF की सबसे आशाजनक नई अभिनेत्रियों में से एक हैं.

अनीत पड्डा: अगली बड़ी नायिका?
जैसे-जैसे YRF सशक्त महिला किरदारों की परंपरा को आगे बढ़ाता जा रहा है, अब सबकी निगाहें सैयारा की अनीत पड्डा पर हैं. प्रतिभा, प्रभावशाली स्क्रीन प्रजेंस और YRF की विरासत के साथ अनीत इस प्रतिष्ठित सूची में अगला नाम बन सकती हैं — जो एक युग को परिभाषित करती हैं और बॉलीवुड पर राज करती हैं, एक फिल्म के साथ एक समय पर.

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