उनके चेहरे की मासूमियत देख दर्शक उनके दीवाने हो जाते थे. फिल्म प्रेम रोग में जब उन्होंने एक विधवा लड़की का किरदार निभाया तो देखने वाले उनकी वाहवाही करने से खुद को रोक नहीं पाए. हम बात कर रहे हैं 80 के दशक की मशहूर अदाकारा पद्मिनी कोल्हापुरे की. पद्मिनी कोल्हापुरे ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. 1973 में रिलीज हुई फिल्म ‘यादों की बारात' में पद्मिनी बाल कलाकार के तौर पर नजर आईं थी, बाद में जब वह लीड रोल में फिल्मों में आई तब भी उनके चेहरे पर वहीं मासूमियत नजर आती थी. 57 साल की पद्मिनी आज भी बेहद खूबसूरत नजर आती हैं, आइए इस अदाकारा की कुछ बेहद खास तस्वीरों पर नजर डालते हैं.
पद्मिनी का नाता संगीत से भी रहा है. उन्हें सिंगिंग का भी शौक था. हालांकि उन्होंने अभिनय को अपना करियर चुना. पद्मिनी के पिता पंढारीनाथ कोल्हापुरे मशहूर वीणा वादक और शास्त्रीय गायक थे. पद्मिनी, लेजेंड्री सिंगर लता मंगेशकर और आशा भोसले की भतीजी हैं.
पद्मिनी ने अपने करियर में कई चैलेजिंग रोल्स किए. साल 1980 में आई फिल्म ‘गहराई' में महज 15 साल की उम्र पद्मिनी ने न्यूज सीन करके सनसनी मचा दी थी. वहीं फिल्म ‘इंसाफ का तराजू' के रेप सीन को लेकर भी खूब चर्चा हुई.
इन फिल्मों के बाद उन्हें एडल्ट अभिनेत्री का तमगा मिल गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ‘राम तेरी गंगा मैली' फिल्म में पद्मिनी कोल्हापुरी को लीड रोल ऑफर हुआ था, लेकिन उन्होंने इस रोल को करने से इंकार कर दिया, क्योंकि वह अपनी छवि को बदलना चाहती थीं.
फिल्म 'वो सात दिन', 'प्यार झुकता नहीं', 'आज का दौर', ‘प्रेम रोग' और 'सौतन' जैसी सफल फिल्मों के साथ पद्मिनी अपनी छवि को बदलने में सफल रहीं और खुद को बॉलीवुड में स्थापित किया.
पद्मिनी अब फिल्मों से भले ही दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग उन्हें फॉलो करते हैं. अक्सर वह अपनी तस्वीरें और वीडियोज यहां शेयर करती हैं.
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