किसी भी सितारे की किस्मत चमकाने के लिए बस एक मौका ही काफी होता है. तस्वीर में जिस फिल्म की एक झलक नजर आ रही है, वो फिल्म अनिल कपूर की जिंदगी के लिए वैसा ही एक मौका था. खुद अपने बड़े भाई की फिल्म होते हुए भी ये मौका हासिल करना आसान नहीं था. अनिल कपूर को फिल्म में कास्ट करने के बाद पहले तो प्रोड्यूसर ने हाथ पीछे खींच लिए. और उसके बाद फिल्म की एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरी नाराज हो गईं. इसके बाद अनिल कपूर और बोनी कपूर ने ऐसी तिकड़म भिड़ाई की फिल्म जैसे चाहते थे वैसी बनी भी और मुनाफा भी खूब हुआ.
मिथुन ने कर दिया इंकार
हम पांच की सक्सेस के बाद बोनी कपूर इस मूवी के पर काम कर रहे थे, जिसका नाम था वो सात दिन. इस फिल्म के लिए वो मिथुन चक्रवर्ती को साइन करना चाहते थे. लेकिन मिथुन चक्रवर्ती तब तक बड़ा सितारा बन चुके थे, जिन्होंने फिल्म से इंकार कर दिया. अनिल कपूर उन दिनों फिल्म हासिल करने के लिए चप्पलें घिस रहे थे. उन्होंने अपने भाई से रिक्वेस्ट की और बात बन गई. बोनी कपूर ने अनिल कपूर को साइन तो कर लिया, लेकिन एक नए चेहरे को लेने की खबर फैलते ही प्रोड्यूसर ने हाथ पीछे खींच लिए और फिल्म के लिए साइन हो चुकी पद्मिनी कोल्हापुरी ने भी नाराजगी जताई.
इस तिकड़म से बनी बात
अनिल कपूर ये समझ चुके थे कि फिल्म में उनके जैसे रिजेक्टेड आर्टिस्ट के साथ काम करने के लिए पद्मिनी कोल्हापुरी को मनाना जरूरी होगा. और बोनी कपूर को ये समझ आ चुका था कि कोई ऐसा नाम मूवी से जोड़ना होगा जिसे सुनते ही प्रड्यूर्स फिर लाइन लगा कर खड़े हो जाएं. इसलिए बोनी कपूर ने नसीरुद्दीन शाह को फोन किया और उनकी मुंह मांगी फीस पर उन्हें साइन किया. नसीरुद्दीन शाह के नाम से प्रोड्यूसर्स फिर फिल्म पर दांव लगाने के लिए तैयार हो गए. दूसरी तरफ पद्मिनी कोल्हापुरी को मनाने के लिए अनिल कपूर रोज उन्हें स्वादिष्ट खाने से भरा टिफिन भेजने लगे. तब उनकी भी बात बन गई, जिसके बाद फिल्म पूरी बनी और हिट भी रही.
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