
- बी. सरोजा देवी का निधन 87 वर्ष की आयु में हुआ, जिससे मनोरंजन जगत में शोक की लहर है.
- उन्होंने 29 वर्षों में 161 फिल्मों में केवल हीरोइन के रूप में अभिनय किया, जो अनोखा रिकॉर्ड है.
- बी. सरोजा देवी का जन्म 7 जनवरी 1938 को बेंगलूरू में हुआ और उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में फिल्म महाकवि कालीदास से करियर शुरू किया।
भारत के सिनेमा इतिहास में कुछ सितारे ऐसे हैं, जिनका नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. उनमें से एक हैं बी. सरोजा देवी, जिन्हें कन्नड़ सिनेमा की 'अभिनय सरस्वती' कहा जाता था. बी. सरोजा देवी का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. उनके निधन से मनोरंजन जगत में शोक की लहर है. बी. सरोजा देवी ऐसी एक्ट्रेस हैं जिनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं और सिनेमा की दुनिया में उनका सिक्का चला करता था. बी. सरोजा देवी वो अदाकारा था जिन्होंने 29 साल तक 161 फिल्मों में सिर्फ हीरोइन के तौर पर ही काम किया. इसके अलावा कोई दूसरा किरदार ही नहीं निभाया. जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. उनकी खासियत थी उनकी सादगी, अभिनय की गहराई और दर्शकों के दिलों में उतरने की कला.
बी. सरोजा देवी का जन्म 7 जनवरी 1938 को बेंगलूरू में हुआ. 17 साल की उम्र में उन्होंने कन्नड़ फिल्म महाकवि कालीदास (1955) से अपने करियर की शुरुआत की. उनकी मासूमियत और एक्टिंग ने दर्शकों का दिल जीत लिया. जल्द ही वे तमिल, तेलुगु और हिंदी सिनेमा की सुपरस्टार बन गईं. उनकी तमिल फिल्म तिरुमनम (1956) थी. हिंदी सिनेमा में उनकी पहली फिल्म पैगाम (1959) में दिलीप कुमार के साथ उनकी जोड़ी को खूब सराहा गया.
खास बात यह थी कि सरोजा देवी ने मशहूर अभिनेता एम.जी. रामाचंद्रन (एमजीआर) के साथ 26 सुपरहिट फिल्में दीं. उन्हें एमजीआर की फिल्मों का लकी मस्कट भी माना जाता था. 1967 में शादी के बाद भी उन्होंने अभिनय जारी रखा, जो उस समय की अभिनेत्रियों के लिए असामान्य था. पद्मश्री और पद्मभूषण जैसी सम्मानित उपाधियों से नवाजी गईं सरोजा देवी ने करीब सात दशकों तक सिनेंमा की दुनिया में अपना नाम किया.
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