मराठी और हिंदी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता रवि पटवर्धन जो मराठी शो अगाबाई ससुबाई और 1980 के दशक की हिंदी फिल्मों जैसे तेजाब और अंकुश में अपनी शानदर अभियन के लिए जाने जाते हैं, शनिवार के दिन दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया है. उनके बड़े बेटे निरंजन पटवर्धन ने उनके मौत की जानकारी देते हुए कहा कि लगभग चार दशक तक मनोरंजन की दुनिया में अपना नाम बनाने वाले रवि पटवर्धन हमारे बीच नहीं रहे.
बेटे निरंजन पटवर्धन ने बताया कि शाम से ही रवि पटवर्धन को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके तुरंत बाद उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया. हॉस्पिटल में एडमिट होने के बाद भी उनकी तबीयत में सुधार नहीं आया जिसके बाद उनका निधन हो गया. रिपोर्ट की माने तो मार्च के महीने में भी एक्टर को दिल का दौरा पड़ा था हालांकि जिसके बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गए थे.
निरंजन पटवर्धन ने रविवार को पीटीआई को दिए अपने इंटरव्यू में बताया कि शनिवार की रात 9-9.30 के बीच उनकी तबीयत अचानक से खराब होने लगी जिसके बाद हम उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए और आधे घंटे के बाद हमने उन्हें खो दिया. अभिनेता के अंतिम संस्कार को लेकर उनके बेटे ने कहा, ठाणे में दोपहर के आसपास आयोजित किया जाएगा.
रवि पटवर्धन ने कई नाटकों और लगभग 200 फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें हिंदी में यशवंत (1997), और आशा असव सूर्य (1981), उम्बर्त (1982), झांझर (1987), और ज्योतिबा फुले, 2019 जैसी मराठी विशेषताएं शामिल हैं. साथ ही वह कई मराठी भाषा वाले शो भी करते थे.
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