Google Doodle पर Kuvempu
नई दिल्ली:
Google ने आज का डूडल कन्नड़ रचनाकार को समर्पित किया है. आज उनकी 113वीं जयंती है. गूगल ने डूडल को शीर्षक दिया हैः Kuppali Venkatappa Puttappa’s 113th Birthday. उन्हें कुवेंपू के नाम से पहचाना जाता है. कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा की रचनाओं ने 'विश्वमानवता वादा (Universal Humanism)' में योगदान दिया. यही वजह रही कि वे आधुनिक भारत के साहित्य में खास स्थान भी रखते हैं. उन्होंने मैसूर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी और इसी यूनिवर्सिटी में उन्होंने तीन दशक तक पढ़ाया, और इसके वाइस चांसलर तक बने थे. कन्नड़ भाषा में शिक्षा की शुरुआत उन्होंने ही की थी. कन्नड़ साहित्य में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा, जिसे कन्नड़ सरकार ने भी पहचाना. उन्हें 1958 में कर्नाटक सरकार ने 'राष्ट्र कवि' के सम्मान से भी नवाजा था.
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1992 में उन्हें 'कर्नाटक रत्न' की उपाधि भी दी गई. उनका जन्म 29 दिसंबर, 1904 में मैसूर के कोप्पा तालुक में हुआ था. उन्होंने कन्नड़ भाषा में कविता, कहानियां, उपन्यास और आलोचना का सृजन किया. वे पहले कन्नड़ लेखक थे जिन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
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उनका निधन 11 नवंबर, 1994 को 89 वर्ष की उम्र में हुआ. कुवेंपू को रामायण को नए सिरे से व्याख्यायित करने के लिए खास तौर से जाना जाता है. उन्होंने अपनी किताब ‘श्री रामायण दर्शनम’ में रामायण को आधुनिक नजरिये से पेश किया, जिसे काफी पसंद भी किया गया था.
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उन्हें 1988 में पद्मविभूषण से नवाजा गया था. उन्होंने कर्नाटक राज्य गीत जय भारत... की रचना की थी. मशहूर एक्टर गिरीश कर्नाड उनके उपन्यास पर फिल्म भी बना चुके हैं. हाल ही में गिरीश कर्नाड सलमान खान के साथ 'टाइगर जिंदा है' में नजर आए हैं.
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