देव आनंद की हीरोइन बनना किसी भी एक्ट्रेस के लिए बहुत खास बात थी. ऐसे में अगर पहली ही फिल्म में इस मेगास्टार के साथ काम करने का मौका मिल जाए तो क्या कहना. यह खास मौका ऋचा शर्मा को मिला. उन्होंने अपनी सिर्फ तीन साल लंबे एक्टिंग करियर में पांच फिल्में की. साल 1987 में आई 'आग ही आग' ऋचा के एक्टिंग करियर की आखिरी फिल्म थी. इसी साल ऋचा शर्मा ने बॉलीवुड एक्टर से शादी कर ली और ऋचा शर्मा दत्त बन गई.
कैसे मिली पहली फिल्म
1978 में देव आनंद अपनी फिल्म देस परदेस रिलीज करने न्यू यॉर्क पहुंचे जिसे देखने ऋचा अपने परिवार के साथ आई थी. इस दौरान ऋचा को देव आनंद से मिलने का मौका मिला और उन्होंने फिल्मों में एक्टिंग करने की इच्छा जताई. तब ऋचा महज 14 साल की थी, देव आनंद ने उन्हें अपनी पढाई पूरी करने को कहा. साथ ही ऋचा को अपना नंबर भी दिया और उनके संपर्क में लगातार रहे. जिसके बाद 1985 में हम नौजवान के लिए ऋचा को साइन कर लिया. इसके बाद ऋचा ने 1986 में अनुभव और इंसाफ की आवाज में काम किया. 1987 में ऋचा की दो और फिल्में सड़क छाप और आग ही आग आई.
संजय दत्त से शादी
संजय दत्त ने ऋचा शर्मा को न्यू यॉर्क में एक डिस्को में देखा जहां वो अपनी बहन एना, देव आनंद की बेटी और विक्की बहल के साथ थी. उनके लाल ग्लिटरी इयररिंग पर संजय की निगाहें थम गई. 1987 में न्यूयॉर्क में संजय और ऋचा शादी के बंधन में बंध गए. 1988 में ऋचा ने प्यारी सी बेटी त्रिशाला को जन्म दिया. बाद में संजय और ऋचा के रिश्ते में दरार आ गई और दोनों अलग रहने लगे. माधुरी दीक्षित के साथ संजय दत्त की बढ़ती नजदीकियों को इसका कारण माना जाता है.
कैंसर से मौत
ऋचा ब्रेन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गई जिसके कारण 10 दिसंबर 1996 को उनकी मौत हो गई. ऋचा की बेटी त्रिशाला न्यूयॉर्क में रहती है जिससे बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर ने हाल ही में मुलाकात की थी.
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