
बॉलीवुड में 1960-70 के दशक की अभिनेत्रियों का अलग ही जलवा था. उस दौर में कई हीरोइनों ने डेब्यू किया और पहली ही फिल्म से स्टार बन गईं. हालांकि बाद में वह गुमनाम हो गईं. हम ऐसी ही एक एक्ट्रेस के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसने अपने छोटे से करियर में कई हिट फिल्में दीं. वह एक्ट्रेस हैं विमी. अपने 10 साल के करियर में उन्होंने एक से बढ़ कर एक हिट फिल्में दीं. वह उस दौर की रईस एक्ट्रेस मानी जाती थीं.परियों सी खूबसूरत दिखने वाली एक्ट्रेस विमी ने बॉलीवुड में कदम रखा, तब वह पहले से शादीशुदा थीं और उनके दो बच्चे भी थे. इसके बाद भी वह रातों-रात स्टार बन गईं. तब बॉलीवुड में शादीशुदा एक्ट्रेसेस का करियर खत्म माना जाता था, लेकिन विमी ने एक मिसाल कायम की. विमी बॉलीवुड की उन फेमस अभिनेत्रियों में से थीं, जिन्होंने अपने समय में सुनील दत्त से लेकर शशि कपूर,राज कुमार जैसे बड़े स्टार्स के साथ काम किया.
विमी का जन्म 1943 में जालंधर, पंजाब में हुआ. कम उम्र में ही विमी की शादी उस जमाने के मशहूर इंडस्ट्रियलिस्ट के बेटे शिव अग्रवाल से हो गई. विमी के पेरेंट्स उनकी शादी के खिलाफ थे. शिव और विमी के दो बच्चे हुए. दो बच्चों की मां होने के बाद भी उन्हें बॉलीवुड में ब्रेक मिलने की कहनी भी काफी दिलचस्प है. दरअसल विमी कलकत्ता में पति के साथ एक पार्टी में पहुंचीं थीं. वहीं विमी की मुलाकात म्यूजिक डायरेक्टर रवि से हुई. रवि ने विमी की खूबसूरती और ग्लैमर देख कर पूछा, आप फिल्मों में काम क्यों नहीं करतीं? तब विमी ने कहा, मैं दो बच्चों की मां हूं, मुझे फिल्मों में काम कौन देगा?
रवि ने विमी और उनके पति शिव को मुंबई आने को कहा और वहां उनकी मुलाकात बीआर चोपड़ा से करवाई. तभी बीआर चोपड़ा ने उन्हें पहली फिल्म हमराज का ऑफर दिया. हालांकि विमी के ससुरालवाले नहीं चाहते थे कि विमी फिल्मों में काम करें, लेकिन उनके पति ने सपोर्ट किया. खफा होकर शिव के माता-पिता ने उन्हें जायदाद से बेदखल कर घर से निकाल दिया. अब घर चलाने की पूरी जिम्मेदारी विमी पर थी.
1967 में रिलीज हुई फिल्म हमराज से विमी रातों रात स्टार बन गई. इस फिल्म के बाद विमी को साइन करने के लिए डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स की लाइन लग गई. बीआर चोपड़ा ने विमी के साथ तीन फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था. उनके पति शिव विमी के सेक्रेटरी थे. विमी को कई फिल्मों के ऑफर मिले, लेकिन बीआर चोपड़ा के कॉन्ट्रैक्ट के चलते वो फिल्में साइन नहीं कर पा रही थीं. तब विमी और उनके पति कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने के लिए बीआर चोपड़ा को परेशान करने लगे थे. बाद में विमी के करियर का ग्राफ गिरने लगा. वह कुल 10 फिल्मों में नजर आईं, जिनमें से ज्यादातर फिल्में फ्लॉप रहीं. इसके बाद प्रोड्यूसर्स भी अपने हाथ पीछे खींचने लगे. बाद में विमी ने कलकत्ता में विमी टेक्सटाइल कंपनी खोली, लेकिन ये भी कर्जे में डूब गई. अब विमी काफी तंगी में थीं.
पैसे खत्म हुए तो एक आम जिंदगी जीने लगीं. वहीं पति शिव को शराब की लत लग गई और वह विमी से मारपीट करने लगे. शिव विमी पर छोटे मोटे रोल करने के लिए दबाव बनाया करते थे. तभी वह फिल्म प्रोड्यूसर जॉली से मिली और दोनों करीब आ गए. लेकिन हालात तब भी नहीं सुधरे.बाद में वह अकेले रहने लगी और शराब की लत उनकी मौत का कारण बनी. महज 34 साल की उम्र में विमी का लिवर पूरी तरह खराब हो चुका था. इलाज के लिए विमी के पास पैसे नहीं थे. मुंबई के नानावटी अस्पताल के जनरल वॉर्ड में 22 अगस्त 1977 को विमी की मौत हो गई. ठेले पर रखकर विमी की डेडबॉडी श्मशान घाट पहुंचाई गई. विमी की करीबी दोस्त कृष्णा ने विमी की मौत को उनके लिए पेन रिलीवर बताया.
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