मशहूर लेखक चेतन भगत (Chetan Bhagat) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वह अकसर ट्विटर के जरिए समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय पेश करते हैं. हाल ही में उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की अपकमिंग फिल्म 'दिल बेचारा' (Dil Bechara) को लेकर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने फिल्म समीक्षकों से भी फिल्म के बारे में समझदारी से लिखने की सलाह दी है. चेतन भगत का फिल्म समीक्षकों को लेकर किया गया ये ट्वीट खूब सुर्खियां बटोर रहा है, साथ ही लोग इसपर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं. अपने ट्वीट में चेतन भगत ने लिखा कि कुछ भी ओवर स्मार्ट बनकर न लिखें. कुछ भी बेकार चीज न लिखें. निष्पक्ष और समझदार बनें.
Sushant's last film releases this week. I want to tell the snob and elitist critics right now, write sensibly. Don't act oversmart. Don't write rubbish. Be fair and sensible. Don't try your dirty tricks. You have ruined enough lives. Now stop. We'll be watching.
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) July 21, 2020
चेतन भगत (Chetan Bhagat) ने सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की फिल्म 'दिल बेचारा' (Dil Bechara) को लेकर समीक्षकों को सलाह देते हुए लिखा, "सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म इस हफ्ते रिलीज होगी. मैं सभी स्नोब और अभिजात्य समीक्षकों से अब कहना चाहूंगा कि समझदारी से लिखें. ओवरस्मार्ट काम न करें. बेकार चीजें न लिखें. निष्पक्ष और समझदार बनें. बेकार तरीकों को का इस्तेमाल न करें. आपने वैसे ही कई जिंदगियां बर्बाद कर दी हैं. अब रुकिए. हम लोग देख रहे हैं." चेतन भगत यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे लिखा, "इन समीक्षकों को किराए पर लेने वाले मीडिया संगठनों के लिए- अभिजात्य लोगों को काम पर रखना बहुत ही भयानक रणनीति है, जिन्हें भारत समझ नहीं आता और उन्हें लगता है कि वह भारतीय से ज्यादा अच्छे हैं. अंदर से कुछ और, बाहर से कुछ और लोग यह जरूर सुनिश्चित करेंगे कि आपका संस्थान दिवालिया हो जाए. कई लोगों का पहले हो भी चुका है."
To the media organizations who hire these snob critics - it's an awful business strategy to hire elitists who don't understand India and think they are better than Indians. These brown outside - white inside people will ensure your organization goes bankrupt. Many have already.
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) July 21, 2020
'Maa kasam, mazaa aa gaya aapki mast picture dekh ke.'
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) July 21, 2020
'Holy heavens. I was in ecstasy watching your sublime movie.'
Both lines essentially mean the same. But most Indians, even biggest stars want to hear the second. Hence,the vile critics became important.
Put an end to this.
Dear stars,
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) July 21, 2020
You make tens, maybe hundreds of crores. A country of a billion people loves you. Isn't that enough? Do you really need validation from phony, English speaking evil critics, who caused mental health issues leading to a star's death? Stop patronizing them, please.
अपने ट्विटर हैंडल के जरिए चेतन भगत (Chetan Bhagat) ने सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की फिल्म दिल बेचारा पर भी अपना रिएक्शन दिया. उन्होंने लिखा, "मां कसम, मजा आ गया आपकी मस्त पिक्चर देखकर. मैं आपकी इस जबरदस्त फिल्म देखने के लिए उत्साहित था. यूं तो दोनों लाइनों का अर्थ एक जैसा है. लेकिन अधिकांश भारतीय, यहां तक कि बड़े सितारे भी दूसरी लाइन ही सुनना चाहते हैं. इसलिए कुछ आलोचक ज्यादा महत्वपूर्ण बन गए हैं." बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत और संजना सांघी की फिल्म दिल बेचारा इसी महीने 24 तारीख को रिलीज होगी. इस फिल्म का फैंस को भी बेसब्री से इंतजार है.
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