बिहार: सुल्तानगंज में अगुवानी पुल का स्लैब और पिलर हुआ ध्वस्त, तीसरी बार धड़ाम हुआ ये ब्रिज

बिहार के भागलपुर जिले के एक और पुल का स्लैब और पिलर गिर गया है. पहले भी यह पुल गिर चुका है. लेकिन अभी तक इस मामले में कोई जांच नहीं हुई है.

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पटना:

बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में अगुवानी पुल का 9 नम्बर का पाया स्लैब और पिलर के साथ शनिवार की सुबह गंगा नदी में समा गया. स्थानीय लोगों ने कहा कि यह पुल तीसरी बार गिरा है. बावजूद इसके निष्पक्ष जांच नहीं हो पा रही है.

गंगा नदीं में बाढ़ और तेज बहाव से पिलर संख्या 9 के ऊपर का स्ट्रक्चर का कुछ हिस्सा अचानक ढह कर पानी में समा गया.  स्ट्रक्चर जब पानी में गिरा तो लोग वहां पहुंचे. लोगों ने कहा कि यब पुल फिर गिर गया.

तीसरी बार निर्माणाधीन भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल के टूटने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "पहली बार जब पुल गिरा था तो यह निर्णय हुआ था कि इसको तोड़कर बनाया जाएगा. यह मामला कोर्ट में जाने के बाद तय हुआ कि कंपनी अपने खर्च पर इसे दोबारा बनाएगी. चाहे पुल हो, पुलिया हो या मेगापुल हो, नीतीश कुमार के राज में लगातार यह गिरते रहे हैं. लगातार ऐसे मामले आ रहे हैं. जो भी दोषी है, उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."

सुल्तानगंज में गिरा था पुल
 30 अप्रैल 2022 के रात में हवा के झोंके से पिलर संख्या पांच गिरा था. 4 जून 2023 को सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी गंगा घाट पर निर्माणाधीन पुल के पिलर नंबर 10, 11 और 12 अचानक गिरकर नदी में बह गए थे. पुल गिरने की घटना बिहार में सियासी बवाल खड़ा कर दिया था. पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने एक दूसरे पर सवाल खड़े किए थे.

दरअसल, पुल गिरने की घटना भवन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है. पुल गिरने की घटना, निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता वाला मेटेरियल का उपयोग और भूमि जांच में गड़बडी की बात को उजागर करता है और इस तरह की घटना बिहार के सरकारी सिस्टम पर सवालिया निशाना है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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