बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के गृह जिला नालंदा के सोहसराय थाना इलाके के छोटी पहाड़ी मोहल्ले में जहरीली शराब पीने (Nalanda Hooch Disaster) से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक बीमारी से मौत का दावा करने वाले जिला और पुलिस प्रशासन को कबूल करना पड़ा कि सभी लोगों की मौत शराब पीने से हुई है. नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर और एसपी अशोक मिश्रा ने इसी मोहल्ले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उक्त बातों की जानकारी दी.
डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि अब तक जहरीली शराब कांड में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. सभी का पोस्टमार्टम करा लिया गया है. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के अनुसार, सभी के पेट से शराब की गंध आ रही थी. इसके बावजूद सभी का विसरा जांच के लिए पटना भेजा गया है. अब तक इलाके में कंबिंग ऑपरेशन चला कर देसी व विदेशी शराब व शराब बनाने के उपकरण को बरामद करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि सोहसराय थाना में 6 अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है. सोहसराय थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. उत्पाद विभाग की क्या भूमिका है इसका स्पष्टीकरण पूछा गया है. आगे भी इस इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा.
उन्होंने बताया कि इस इलाके में ऐसे कई घरों का निर्माण किया गया है, जो देखने से अवैध मालूम होते हैं. इसकी जांच कर यहां से हटने का नोटिस किया जाएगा नहीं तो जबरन हटाया जाएगा.
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बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित है. यह घटना जहरीली शराब के सेवन से उत्तरी बिहार के चार जिलों में 40 से अधिक लोगों की मौत के करीब दो महीने बाद हुई है.
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