बिहार में डायल-112 के जरिए महिलाओं को यात्रा के दौरान सुरक्षा देने की सुविधा आज यानी गुरुवार से शुरू हो जाएगी. पहले चरण में यह सुविधा पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, नालंदा और बेगूसराय सहित कुल छह जिलों के शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक यह सुविधा मिलेगी.
बिहार के डीजीपी आलोक राज डायल-112 के इमरजेंसी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में सुरक्षित सफर सुविधा का उद्घाटन करेंगे. 15 सितंबर से यह सुविधा राज्य के सभी जिलों में सुविधा को लागू कर दिया जाएगा. साथ ही यह निःशुल्क सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी.
सफर के दौरान अगर कोई महिला घर से बाहर किसी भी समय कहीं आने-जाने के दौरान खुद को असुरक्षित महसूस करती है, तो वह डायल-112 पर काल कर पुलिस की मदद मांग सकती है. पुलिस की टीम महिला की यात्रा की डिजिटली निगरानी शुरू करेगी.
इस सेवा में मोबाइल या सार्वजनिक वाहन के लोकेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा. गंतव्य स्थान तक पहुंचने तक नियमित अंतराल पर डायल 112 की टीम कॉल कर मदद मांगने वाली महिला के संपर्क मे रहेगी. अगर महिला फिर भी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर करती है या काल का जवाब नहीं देती है, तो नजदीकी डायल 112 की गाड़ी को सहायता के लिए तत्काल भेजा जाएगा. अपने गंतव्य स्थान तक सुरक्षित पहुंचने के बाद महिला का फीडबैक भी लिया जाएगा, ताकि इसके आधार पर सुविधा को और बेहतर किया जा सके.
कैसे मिलेगी सुरक्षित सफर की सुविधा
'सुरक्षित सफर सुविधा सेवा' का लाभ लेने के लिए महिलाओं को 122 पर फोन करना होगा. इसके बाद सुरक्षित सेवा सफर का लाभ मिलेगा. महिलाओं की पूरी यात्रा के दौरान पुलिस संपर्क में रहेगी. नियमित अंतराल पर सुरक्षा का जायजा भी लेगी. अब तक डायल 112 के माध्यम से आपातकालीन पुलिस सहायता, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस जैसी सेवाएं मिलती आ रही हैं. डायल 112 सेवा में राज्य की महिलाओं के लिए 'सुरक्षित सफर' सुविधा को जोड़ा गया है.