जदयू प्रमुख ललन सिंह ने बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आपको कुछ मिल जाता है तो मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है. सुशील मोदी ने पहले एक बाद एक कई ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि 'नीतीश कुमार ने जॉर्ज फर्नाडिस, शरद यादव और आरसीपी सिंह सहित अपनी पार्टी के तीन पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों को अपमानित कर पार्टी से निकाला, उनके बंगले खाली कराये. ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा तो माफी मांग कर पार्टी में लौटे.'
साथ ही उन्होंने लिखा था, अपनी पार्टी के बड़े नेताओं को सम्मान देकर एकजुट नहीं रख सके, वे गुलदस्ता भेंट कर कितने विपक्षी नेताओं को जोड़ पाएंगे. उनका दिल्ली मिशन केवल फोटो सेशन है. प्रधानमंत्री-पद के उम्मीदवारों की संख्या और सक्रियता अचानक बढ़ गई. नीतीश कुमार दिल्ली यात्रा पर हैं, राहुल गांधी ने "भारत जोड़ो" यात्रा और अरविंद केजरीवाल ने "मेक इंडिया नंबर वन" यात्रा शुरू की. इन सबकी मंजिल पीएम की कुर्सी होने के कारण ये आपस में मित्र नहीं, प्रतिद्वंदी ही हो सकते हैं.'
इस पर ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'आप की वेदना इसमें साफ झलक रही है. आपसे ज्यादा अपमानित भला कौन हुआ है? आपने तो अपने अपमान का घूंट भी पिया है. खैर हम लोगों की सहानुभूति आपके साथ है. अगर आपको कुछ मिल जाता है तो मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है.'
सुशील मोदी ने साथ ही कहा था, 'नीतीश कुमार के मिलने-जुलने से केजरीवाल, ममता बनर्जी और वामदल क्या कांग्रेस के साथ जा सकते हैं? क्या माकपा कभी ममता बनर्जी का साथ दे सकती है? जिस कांग्रेस और राहुल गांधी के पुरखों ने धार्मिक नफरत के आधार पर भारत का बंटवारा कराया और जम्मू-कश्मीर पर धारा-370 थोप कर उसे शेष भारत से अलग-थलग बनाये रखा, वे किस मुंह से भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं. उनकी यात्रा दरअसल परिवार बचाओ यात्रा है.'