बिहार सरकार (Bihar Govt) पटना के अशोक राजपथ पर एक फ्लाईओवर बनाना चाहती है और निर्माण विभाग ने इसके लिए विश्व प्रसिद्ध खुदा बक्श लाइब्रेरी (Khuda Bakhsh Library) के एक अंश को तोड़कर उसी कैंपस के एक नए भवन में शिफ्ट करने की पेशकश की है. पटना के अशोक राजपथ पर स्थित विश्व प्रसिद्ध खुदा बक्श लाइब्रेरी में ढाई लाख से अधिक किताबें और 21 हजार से अधिक दुर्लभ मैन्युस्क्रिप्ट हैं लेकिन इन दिनों ये चर्चा के केंद्र में इसलिए हैं कि नीतीश कुमार की सरकार इस कारगिल चौक से इंजीनियरिंग कॉलेज मोर तक एक फ्लाईओवर का निर्माण करना चाहती हैं, जिसकी चपेट में ये मुख्य बिल्डिंग तो नहीं लेकिन 116 वर्ष पुराना छात्रों और स्थानीय लोगों के अखबार पढ़ने का ये कर्जन हॉल आ जाएगा.
निर्देशक खुदा बक्श लाइब्रेरी की डायरेक्टर डॉक्टर साहिस्ता बेदार ने कहा, 'मेन बिल्डिंग को टच नहीं किया जा रहा है लेकिन मेन बिल्डिंग का जो पूरा एरिया है, बाउंड्री यहां तक आ जाएगी. लाइब्रेरी का लुक खराब हो जाएगा और ये पुल के नीचे आ जाएगी, तो आप समझ सकते हैं. ये कर्जन रीडिंग रूम हेरिटिज बिल्डिंग है.'
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मामला सामने आने के बाद जब राज्यपाल, जो इस लाइब्रेरी के बोर्ड के मुखिया हैं, उन्होंने राज्य सरकार और पटना के जिलाधिकारी को इसका विकल्प ढूंढने की सलाह दी तो जिला प्रशासन ने इसपर सफाई दी. पटना के DM चंद्रशेखर सिंह ने कहा, 'अभी फाइनल डिसिजन नहीं हैं. प्रोजेक्ट तो फाइनल हुआ है लेकिन एनओसी मांगी गई है और एनओसी मिलने पर ही काम शुरू होगा. जबरदस्ती काम शुरू होने का कोई औचित्य नहीं है और उसी पर डिस्कशन चल रहा है.'
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देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से इस भवन से छेड़छाड़ न करने की अपील कर रहे हैं और अब देखना है कि नीतीश कुमार फ्लाईओवर और किताब में से किसे चुनते हैं.
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