- चिराग ने बिहार के प्रत्येक जिले में संगठन मजबूत करने की रणनीति को 2025 में एनडीए की बड़ी जीत का कारण बताया
- चिराग पासवान ने दलित सेना के पुनर्गठन की घोषणा करते हुए इसे अपने पिता रामविलास पासवान का सपना बताया
- उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों की महत्वाकांक्षा ने पार्टी और दलित सेना को उनसे छीन लिया था
बिहार में एनडीए की ऐतिहासिक जीत और सरकार के गठन के बाद केंद्रीय मंत्री और LJP(RV) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी ने जिस तरह से बिहार के प्रत्येक जिले में संगठन को खड़ा करने का काम किया है, उसी का परिणाम है कि आज 2025 में NDA को इतनी प्रचंड जीत मिली है. यह दर्शाता है एक निरंतर वृद्धि... जब आप थोड़ी सी भी जीत हासिल करें और वह अहंकार आपके सिर चढ़कर बोलने लगे तो वही से आपके पतन की शुरूआत हो जाती है. हमने बिहार के अलग-अलग जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए ताकी हम जनता के साथ जुड़े रहें.
चिराग और कितना लालची होगा
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी को तीसरा विभाग भी मिलेगा. इस पर उन्होंने कहा कि चिराग पासवान और कितना लालची होगा? 2021 में जिस पार्टी को तोड़ दिया गया था, अकेले सांसद की पार्टी को 5 सीटें दी गई. 0 विधायक वाली पार्टी को 29 सीटें दी गई. अब 2 मंत्रियों को शपथ भी दिला दी गई है. इससे ज्यादा कुछ मांगूंगा तो मुझसे ज्यादा ना शुक्राना कोई नहीं होगा.
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दलित सेना के पुनर्गठन का ऐलान
चिराग पासवान ने दलित सेना के पुनर्गठन का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यह संगठन उनके पिता रामविलास पासवान का सपना था, जिसे अब फिर से शुरू किया जाएगा. चिराग ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों की महत्वाकांक्षा उनके पिता के सपनों पर भारी पड़ गई थी. मुझे दुख था कि पार्टी के साथ-साथ दलित सेना को भी उन लोगों ने छीन लिया था. उन्होंने पार्टी और दलित सेना हड़प ली. दलित सेना (रामविलास) का गठन अरुण भारती और उनकी टीम करेगी. चिराग ने जातिगत भेदभाव पर भी चिंता जताई.
21वीं सदी में भी जाति भेदभाव
चिराग ने कहा कि आज अफसोस होता है कि 21वीं सदी में भी जाति के आधार पर भेदभाव होता है. किसी को घोड़ी चढ़ने से रोका जाता है, दलित अधिकारी को बारात निकालने के लिए पुलिस की व्यवस्था करनी पड़ती है, और दलित नेता के मंदिर जाने पर मंदिर को धोया जाता है, यह दुखद है. चिराग ने खुशी जताई कि दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष आज बिहार सरकार में मंत्री बने हैं. उन्होंने कहा कि संगठन का उद्देश्य सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देना होगा.
परिवारवाद के आरोपों पर क्या बोले
मंत्रिमंडल में परिवारवाद के आरोपों पर चिराग ने कहा कि परिवार आपको मौका दे सकता है, मगर काबिलियत की आपको आगे बढ़ाएगी. काबिलियत अब तक राजद के सेकेंड जेनरेशन ने नहीं दिखाई है. 2005 तक लालू जी, राबड़ी जी नेतृत्व कर रहे थे तो पार्टी को जीत मिली. 2005 के बाद पार्टी कभी नहीं जीत पाई. राजद के संजय उन्हें नुकसान पहुंचा रहे, अपने दो संजय को मंत्री बनाया है. आदरणीय लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे को हरा कर आए हैं. मेरे दोनों संजय नाम पर नहीं काम के आधार पर आए हैं. बाकी कौन क्या कर रहा है, यह उनका मामला है.
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चाचा की बधाई पर दी प्रतिक्रिया
पशुपति पारस की बधाई पर कहा कि उनकी बधाई मेरे सिर आंखों पर है. जब उन्होंने गाली दी थी, तब भी सर आंखों पर थी. आज बधाई दी है तो इसे सहर्ष स्वीकार किया है. अलग अलग राज्यों में चुनाव है, बंगाल में चुनाव है, यूपी में चुनाव है. पार्टी इन राज्यों में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही ह. साल 2030 में पार्टी की भूमिका, उस वक्त तय की जाएगी. जातिगत जनगणना होनी चाहिए लेकिन मैं उसके आंकड़े जारी करने का पक्षधर नहीं हूं.














