Bihar News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के द्वारा देश के इतिहास को बदलकर फिर से लिखने की बात को बिहार के वित्त मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने अनुचित एवं भ्रमित करने वाला बताया है. चौधरी ने कहा, "इतिहास की घटनाओं को बदला नहीं जा सकता. घटनाओं की व्याख्या एवं निष्कर्ष कोई अपना निकाल सकता है लेकिन उसे भी तथ्यों एवं विश्लेषण की कसौटी पर खरा उतरना पड़ता है. बगैर प्रमाणिकता के कोई लेखन अथवा सामग्री इतिहास नहीं बन सकता." जेडीयू नेता चौधरी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार द्वारा समय-परीक्षित इतिहास को बदलने की बात जोर-शोर से कही जा रही है पूर्व में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी इसी तरह के बयान दे चुके हैं.
उन्होंने कहा कि दरअसल, इतिहास में कोई भूमिका नहीं होने के कारण भाजपा के लोग अब बेचैनी महसूस कर रहे हैं. देश गवाह है कि आजादी की लड़ाई में भी इन लोगों की कोई भूमिका नहीं थी, बल्कि जिन्ना की तर्ज पर ये भी कट्टरता एवं सांप्रदायिक भावनाओं को हवा दे रहे थे एवं अंग्रेजों की धुन पर नाच रहे थे. इन्हीं के द्वारा रचित दुर्भावना के सांप्रदायिक माहौल की परिणति गांधी की हत्या के रूप में हुई. प्रश्न है कि अब इतिहास को फिर से लिख देने से सच्चाई कैसे बदलेगी ? जनादेश की अपेक्षा एवं सम्मान राष्ट्र का भविष्य बनाकर होता है, इतिहास बदल कर नहीं.
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