ये लोकतंत्र और जनता की जीत... जानें बिहार SIR पर SC के आदेश को लेकर तेजस्वी ने और क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि वो मंगलवार तक बिहार की ड्राफ्ट मतदाता सूची से हटाए गए 65 लाख लोगों का ब्योरा वेबसाइट पर डालें. इसके अलावा उन नामों के हटाए जाने का कारण - मौत, प्रवास या दोहराव - ये भी बताएं.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
पटना में प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते राजद नेता तेजस्वी यादव.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • सुप्रीम कोर्ट ने EC को बिहार की ड्राफ्ट मतदाता सूची से हटाए गए 65 लाख नामों का विवरण जारी करने को कहा है.
  • कोर्ट ने हटाए गए मतदाताओं के नामों के कारण जैसे मौत, प्रवास या दोहराव की जानकारी भी उपलब्ध कराने को कहा है.
  • राजद नेता तेजस्वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को विपक्ष की जीत और लोकतंत्र की रक्षा बताया.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
पटना:

Bihar SIR Case in SC: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) को लेकर भारी सियासी बवाल मचा है. चुनाव आयोग इसे निष्पक्ष चुनाव के लिए एक जरूरी कदम बता रहा है. लेकिन विपक्षी दलों ने इसे वोटबंदी का एक तरीका बताया है. SIR को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अहम निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि वो मंगलवार तक बिहार की ड्राफ्ट मतदाता सूची से हटाए गए 65 लाख लोगों का ब्योरा वेबसाइट पर डालें. इसके अलावा उन नामों के हटाए जाने का कारण - मौत, प्रवास या दोहराव - ये भी बताएं. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, बूथ स्तर के अधिकारी भी हटाए गए मतदाताओं की सूची प्रदर्शित करेंगे.

तेजस्वी बोले- हम सभी विपक्षी दलों ने सदन से लेकर सड़क तक लड़ी लड़ाई

सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश पर राजद नेता तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. तेजस्वी यादव ने गुरुवार को पटना में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में कहा, SIR को लेकर हम सभी विपक्षी दलों ने सदन, संसद या सड़क तक लड़ाई लड़ी. सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है,

तेजस्वी यादव ने कहा, "जो अंतरिम आर्डर है, उस पर हम कह सकते है कि जीत हुई है. SIR पर जो हमारी मांग थी, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने मुहर लगाई है. यह न्याय की जीत है."

'आयोग जो छिपाना चाह रहा था, कोर्ट ने उसे दूध का दूध पानी का पानी कर दिया'

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि चुनाव आयोग छिपाने का काम कर रहा था. उसको सुप्रीम कोर्ट ने दूध का दूध पानी का पानी कर दिया. जो अंतरिम फैसला आया है. उसमें इलेक्शन कमीशन को कोर्ट ने कहा है कि आधार कार्ड लेना अनिवार्य है. जो 65 लाख नाम काटा गया है, उसकी सूची बूथ वाइज लगाई जाए.

किसी का नाम क्यों कटा, कारण भी बताना होगा

बताते चले कि सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को कारण बताने के लिए भी कहा है. कि किसी का नाम क्यों काटा गया, कौन मृतक है, कौन ट्रेसेबल नहीं है? विज्ञापन के माध्यम से लोगों को बताने का भी निर्देश सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को दिया है कि जिन लोगों का नाम काटा है उन्हें सूचित किया जाए. तेजस्वी ने कहा कि नरेंद्र मोदी लोकतंत्र को हमेशा खत्म करना चाहते थे.

राघोपुर में जिन लोगों के नाम काटे, तेजस्वी ने उन्हें दिल्ली भेजा

तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है, वहां से लोकतंत्र को हम किसी भी कीमत पर खत्म में नहीं होने देंगे. हमारे विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के जिन लोगों का नाम काटा गया. उन्हें हमने दिल्ली में राहुल जी के पास भेजा. वह सुप्रीम कोर्ट गए और आज देखिए एक बड़ी जीत बिहार के लोगों की लोकतंत्र की संविधान की और बिहार की जनता की हुई है.

एसआईआर के खिलाफ विपक्षी दलों ने किया था बिहार बंद

तेजस्वी ने आगे बताया कि हमने 27 जून को सबसे पहले प्रेस कांफ्रेंस करके देश की जनता को एसआईआर पर बताया था. जो जल्दबाजी चुनाव आयोग दिखा रही थी, अल्प समय की जो डेडलाइन थी और जो आयोग की हिडन एजेंडे है वह लोगों के बीच रखा. 9 जुलाई को हमने बिहार बंद किया राहुल गांधी भी उसमें आए.

Advertisement

तेजस्वी बोले- 300 से अधिक सांसदों ने पैदल मार्च किया

हमने इस लड़ाई को लड़ी है. मैं बीजेपी को छोड़कर एनडीए के और विपक्ष के सभी को पत्र लिखा था सब नेताओं का जवाब भी आया सब लोगों ने समर्थन जताने का काम किया. 300 से अधिक सांसद पैदल मार्च की है. घंटों तक सभी सांसदों को डिटेन रखा गया. हम लोगों ने सदन सड़क और संसद तक इस लड़ाई को.

विपक्षी दलों के नेताओं सहित योगेंद्र यादव को कहा शुक्रिया

तेजस्वी ने देश के सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं को शुक्रिया कहा. तेजस्वी ने कहा मैं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खरगे. शरद पवार, उद्धव ठाकरे. दीपांकर भट्टाचार्य, अखिलेश यादव समेत सभी विपक्षी दलों के नेता को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं योगेंद्र यादव और उनकी टीम को भी धन्यवाद देना चाहूंगा.

Advertisement

'कोर्ट के निर्देश के बाद भी अब हमारी हर एक चीज पर रहेगी नजर'

तेजस्वी ने आगे कहा कि लोकतंत्र संविधान और वोट बचाने की हमारी लड़ाई जारी रहेगी. सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद हर एक चीज पर हमारी पैनी नजर रहेगी. कौन अधिकारी क्या, किसके कहने पर कर रहा है इस पर हमारी नजर है. अब हमारी पार्टी लाठी नहीं, लैपटॉप, डाटा एआई सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करती है.

'चुनाव आयोग के कमिश्नर साहब ने जवाब नहीं दिया'

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हमें सभी लोगों ने गाली दी. लेकिन चुनाव आयोग के कमिश्नर साहब ने जवाब नहीं दिया. ज्ञानेश गुप्ता ने एक बार भी हिम्मत नहीं दिखाई कि सामने आकर देश की लोगों को बताएं कि चुनाव आयोग क्या कर रही है. विपक्ष के लोगों ने और ईमानदार पत्रकारों ने जो इस पर काम किया है इस पर कमिश्नर ने कुछ नहीं कहा.

Advertisement

BJP को नंगे पैर वापस भेजेंगेः तेजस्वी

बीजेपी पर बड़ा हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हम बीजेपी को नंगे पैर वापस भेजेंगे. इस बार चुनाव में NDA की करारी हार होने वाली है. SIR पर गलत करने वाले कहीं भी बचाने वाले नहीं हैं. अब जब नाम कटने की सूची सामने आएगी तो इनकी पोल खुलेगी.

भीखूभाई दलसानिया को घुसपैठिया वाले मामले पर तेजस्वी यादव ने कहा कि SIR पर घुसपैठियों का हल्ला किया जा रहा था. लेकिन कोई आया या नहीं आया, गुजराती बिहार के वोटर बन गए.

Advertisement

यह भी पढ़ें - चुनाव आयोग को देनी होगी बिहार वोटर लिस्ट से हटाए गए 65 लाख लोगों की डिटेल, जानें SC ने दिया क्या आदेश

Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir Cloudburst: Kishtwar में Dharali जैसी 'कयामत'! | Kachehri With Shubhankar Mishra