एक मोटरसाइकिल से कैसे खेमका मर्डर केस के मास्टरमाइंड तक पहुंची पुलिस, पुलिस ने किया खुलासा

पटना एसएसपी ने बताया कि आरोपी उमेश यादव से पूछताछ की गई तो उन्होंने घटना में संलिप्तता स्वीकार की. इसने हथियार के बारे में बताया, इसके बाद पुलिस को घटना में उपयोग किया गया हथियार बरामद किया.

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  • पटना के कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या जमीन विवाद को लेकर हुई है, पुलिस की शुरुआती जांच में यह तथ्य सामने आया है.
  • डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि घटनास्थल से मिले सबूतों और सीसीटीवी फुटेज की जांच में जमीन से संबंधित विवाद की पुष्टि हुई है.
  • आरोपी उमेश यादव ने पूछताछ में हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और हथियार के बारे में जानकारी दी, जिससे पुलिस को हथियार बरामद हुआ.
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पटना:

पटना के कारोबारी गोपाल खेमका मर्डर केस में बिहार पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस की शुरुआती जांच में यह पता चता है कि हत्या जमीन विवाद में ही हुई है. लेकिन अभी जांच जारी है. बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि घटनास्थल से जो सबूत मिले और सीसीटीवी कैमेरे की जांच की गई. अशोक साव के घर से जमीन के बड़ी मात्रा में कागजात मिले हैं. पुलिस पड़ताल कर रही है, पता चल रहा है कि जमीन से संबंधित विवाद सामने आ रहा है.

पटना एसएसपी ने बताया, आरोपी उमेश यादव से पूछताछ की गई तो उन्होंने घटना में संलिप्तता स्वीकार की. इसने हथियार के बारे में बताया, इसके बाद पुलिस को घटना में उपयोग किया गया हथियार बरामद किया. पूछताछ में अशोक साह का नाम आया है. इस हत्या को अंजाम देने के लिए 4 लाख में सौदा हुआ था. 50 हजार रूपए पहले दिए थे. अशोक साव से खेमका की क्या बातचीत हुई. इसको लेकर जांच जारी है.'

बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि जो कार्रवाई हुई, उसके पूरे साक्ष्य हैं. सबूत में गोली, पैसा हथियार सब कुछ बरामद हुआ हैं. बहुत सारे लोगों से पूछताछ हुई है. पुख्ता आधार पर गिरफ्तारियां हुई हैं. 

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पटना के एसएसपी कार्तिकेयन शर्मा ने कहा कि उमेश की भूमिका ये है कि वो इस केस में शूटर है. अशोक साव ने इस केस में सुपारी दी थी. वहीं राजा पहले भी शूटर रहा है. इससे शूट करने के लिए संपर्क किया गया था. लेकिन फिर ये डिसाइड किया गया कि उमेश ही हत्या करेगा. इस पूरे केस में बहुत अच्छा इंवेस्टिगेशन हुआ है. सभी सबूत हमारे पास हैं.

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पटना के एसएसपी ने बताया कि हत्या के लिए उपयोग किया गया बाइक को ट्रेस किया गया. जिस घर के पास से ये बाइक मिली, उसी घर से आरोपी के कपड़े, जूते और मास्क मिले. वहां घर में मौजूद व्यक्ति से पूछताछ की गई. उनका नाम उमेश यादव है. वही से उपयोग किया गया हथियार भी मिले. साथ ही 59 राउंड गोली बरामद की गई. उमेश ने  अशोक साह का नाम लिया.

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पटना के एसएसपी ने बताया कि अशोक शाह इसके पहले भी तीन चार हत्याकांड में पूछताछ झेल चुके हैं और एक मामले में ये जेल भी जा चुके हैं. इनका इतिहास आपराधिक रहा है. गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका हत्याकांड के जो सुपर शूटर थे उनकी बाद में हत्या हो गई थी. गोपाल खेमका परिवार को अंग रक्षक मुहैया कराया गया था, जो उन्होंने 2024 में इन्होंने स्वेच्छा से लौटा दिया था है और हमारी राज्य सुरक्षा समिति ने इन्हें फिर से अंग रक्षक कराने ही अनुशंसा की थी. पर इन्होंने ने मना कर दिया था.

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आईजी पटना जितेन्द्र राणा ने बताया कि विकास जो कि पुलिस मुठभेड़ में मारा गया वह सप्लायर था और इस तरह के कई हत्याकांड में शामिल रहा है. विकास उर्फ राजा के ठिकाने पर जब दबिश की गई तो उसने पुलिस पर फायरिंग की. उसके जवाब में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. बिहार पुलिस का यह स्पष्ट संदेश है  कि हथियारों का अवैध कारोबार करते हैं. उनके खिलाफ सख्त सख्त कार्रवाई की जाएगी.