बिहार में सभी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर और इंटर्न ने सोमवार को अपनी कई मांगों के साथ कार्य बहिष्कार कर दिया. डॉक्टरों की मांग है कि कोरोना की दूसरी लहर में जिस प्रोत्साहन राशि का वादा किया गया, उसका भुगतान किया जाए. साथ ही इंटर्न का स्टाइपेंड बढ़ाया जाए. NEET पीजी की काउंसलिंग में हो रही देरी के लिए भी केंद्र सरकार से बातचीत की मांग रखी है.
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के बिहार अध्यक्ष कुंदन सुमन ने बताया, 'पूरे बिहार के 9 मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर और एमबीबीएस इंटर्न ने कार्य बहिष्कार किया है. हमारी मांगे हैं कि कोविड के समय हमने फ्रंट वर्कर की तरह काम किया था, उसके बावजूद भी सरकार हमारे साथ भेदभाव कर रही है. हमें प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई. बिहार सरकार की ओर से इसका ऐलान किया गया था, लेकिन यह अब तक नहीं दिया गया. एमबीबीएस इंटर्न का स्टाइपेंड 2020 में बढ़ना था, जो कि अभी तक नहीं बढ़ा है. नीट पीजी काउंसलिंग में भी देरी हो रही है, उसके लिए भी सरकार को केंद्र सरकार से बात करनी चाहिए.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'सरकार सोई हुई है, मरीजों की सरकार को कोई चिंता नहीं है. हम लोग काम करते हुए आ रहे हैं. सरकार हमारी सुन नहीं रही थी, हम लोगों ने लाचार होकर कार्य बहिष्कार किया है.'
वहीं, एक अन्य डॉक्टर ने बताया हमने ओपीडी और इमरजेंसी सेवा बंद नहीं करवाई है. ना ही हमने किसी को काम करने से रोका है.