बिहार चुनाव: हार का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाए जनसुराजी चंद्रशेखर सिंह, हार्ट अटैक से हुई मौत

चुनाव अभियान के दौरान ही 31 अक्टूबर को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चिकित्सकों ने तब किडनी फेल होने की पुष्टि की थी, जिसके बाद से उनका उपचार चल रहा था

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जन सुराज के प्रत्याशी चन्द्रशेखर सिंह का हार्ट अटैक से निधन के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है.

कहते हैं राजनीति बुरी चीज है, वो भी खासकर ईमानदार और स्वच्छ के लोगों के लिए. मगर फिर भी लोग सत्ता की लालच में और कुछ समाजसेवा के भाव में आकर इस मैदान में उतरते हैं. ये सोचते हैं की जीत कर सत्ता के गलियारों में पहुंच सारी सुख सुविधाओं से लैस हो जायेंगें. जनता को उसका हक दिलाने का भी प्रयास करेंगे. मगर लोगों को ये नहीं पता कभी-कभी इस सत्ता के लालच में अपनी जान भी गंवानी पड़ती है. ऐसा ही मामला भोजपुर जिला से महज़ साठ किलोमीटर दूर तरारी विधानसभा क्षेत्र से सामने आया है.

भोजपुर जिला के तरारी विधानसभा क्षेत्र के एक प्रत्याशी को हार का सदमा इतना गहरा लगा कि उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई. जन सुराज के प्रत्याशी चन्द्रशेखर सिंह का हार्ट अटैक से निधन के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी. जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गतिविधियों के बीच एक दर्दनाक खबर ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया.

अस्पताल में भर्ती करवाया गया था

जन सुराज द्वारा तरारी से प्रत्याशी बनाए गए सेवानिवृत्त प्रधान शिक्षक एवं तेजतर्रार समाजसेवी चन्द्रशेखर सिंह का शुक्रवार की देर शाम निधन हो गया. उन्होंने अपनी सादगी, ईमानदारी और सामाजिक सक्रियता से क्षेत्र में अलग पहचान बनाई थी.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार तड़के सुबह करीब 3 बजे चन्द्रशेखर सिंह को पहला हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उन्हें तत्काल पटना के रूबन अस्पताल में डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार जारी रहा, लेकिन दोपहर बाद उनकी हालत बिगड़ती चली गई.

शाम 4 बजे उन्हें दूसरा हार्ट अटैक आया और निरंतर प्रयासों के बावजूद शाम 7 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. चन्द्रशेखर सिंह पूर्व में शिक्षक संघ के सक्रिय पदाधिकारी रहे थे और ब्रह्मर्षि समाज के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल चुके थे. समाज में उनकी पकड़ और प्रतिष्ठा काफी मजबूत मानी जाती थी.

चुनाव अभियान के दौरान ही 31 अक्टूबर को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चिकित्सकों ने तब किडनी फेल होने की पुष्टि की थी, जिसके बाद से उनका उपचार चल रहा था. जन सुराज प्रत्याशी के अभिकर्ता एवं किसान नेता छोटे सिंह ने दूरभाष पर उनके निधन की पुष्टि की.

खबर फैलते ही तरारी, कुरमुरी और आसपास के गांवों में शोक की हवा दौड़ गई.  उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव कुरमुरी नहीं पहुंचा है. देर रात तक पहुंचने की संभावना जताई गई है. स्थानीय लोगों ने उनके निधन को क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति बताई है.

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रिपोर्ट- SYED/MERAJ/ARA 

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