बिहार विधानसभा की 89 औराई सीट, जो मुजफ्फरपुर जिले में स्थित है, वर्तमान में अपने प्रमुख मुद्दों—बाढ़ से निजात और बागमती नदी पर पुल निर्माण—के कारण चर्चा में है. इलाके की एक बड़ी समस्या बागमती नदी पर स्थायी पुलों का न होना है, जिसके कारण दर्जनों गाँवों के लोग नदी पार करने के लिए हर साल अपनी जान जोखिम में डालकर चचरी (बांस का अस्थायी पुल) का सहारा लेते हैं. ग्रामीण सड़कों के निर्माण की मांग भी यहाँ की जनता की प्रमुख जरूरतों में शामिल है.
चुनावी समीकरण और परिणाम
2020 विधानसभा चुनाव में, भाजपा के उम्मीदवार राम सूरत राय ने इस सीट पर बड़ी जीत दर्ज की थी. उन्हें 86,289 वोट मिले, जबकि महागठबंधन की ओर से भाकपा माले के उम्मीदवार आफताब आलम को 41,006 वोट मिले थे. राम सूरत राय ने 45,283 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की.
2015 चुनाव का परिणाम इसके विपरीत था, जब राजद के सुरेंद्र राय ने भाजपा के रामसूरत राय को 10,825 वोटों से हराया था. सुरेंद्र राय को 66,958 वोट और रामसूरत राय को 56,133 वोट मिले थे. वर्तमान में, भाजपा के राम सूरत राय प्रमुख दावेदार हैं, जबकि महागठबंधन की ओर से अभी किसी नाम का खुलासा नहीं हुआ है.
- जाति समीकरण के अनुसार, इस सीट पर यादव और भूमिहार जाति के मतदाताओं की निर्णायक भूमिका मानी जाती है.
- 2020 के अनुसार, औराई विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 लाख 10 हजार 614 मतदाता हैं.
- यह इलाका प्रसिद्ध लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी की जन्मस्थली होने के साथ-साथ भैरव स्थान मंदिर और यहाँ से गुजरने वाली बागमती और लखनदेई नदियों के लिए भी जाना जाता है.
जिले में सीटों का राजनीतिक परिदृश्य
मुजफ्फरपुर जिले की अन्य विधानसभा सीटों में, राजद का कब्जा कांटी, गायघाट, मीनापुर और बोचहा सीटों पर है. वहीं, जदयू ने सकरा सीट पर जीत हासिल की है, जबकि कुढ़नी, औराई, बरूराज, साहेबगंज और पारू सीटें भाजपा के खाते में हैं. मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की जीत हुई थी.