मीनापुर सीट पर जेडीयू के अजय कुमार को मिली जीत, विधायक राजीव कुमार 34238 वोटों से हारे

मीनापुर विधानसभा (क्रम संख्या 96), शिवहर और पूर्वी चंपारण जैसे जिलों से सटा हुआ है और स्वतंत्रता सेनानी जुब्बा साहनी की भूमि के रूप में विशेष पहचान रखता है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • मुजफ्फरपुर की मीनापुर विधानसभा सीट पर इस बार जेडीयू के अजय कुमार ने राजीव कुमार को बड़े अंतर से हराया है
  • 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद के राजीव कुमार ने जदयू के मनोज कुमार को भारी मतों से पराजित किया था
  • मीनापुर शिवहर और पूर्वी चंपारण जिलों से जुड़ा है, जबकि स्वतंत्रता सेनानी जुब्बा साहनी से अपनी पहचान रखता है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

मुजफ्फरपुर की मीनापुर सीट पर इस बार आखिरकार जेडीयू के अजय कुमार ने बाजी मार ली है. उन्होंने विधायक राजीव कुमार से 2015 की हार का बदला ले लिया. अजय कुमार ने राजीव कुमार को 34238 वोटों के बड़े अंतर से हराया. वहीं जन सुराज पार्टी के तेज नारायण सहनी 6633 वोटर पाकर तीसरे स्थान पर रहे.

इस सीट का चुनावी इतिहास राजद के पक्ष में रहा है. 2020 के विधानसभा चुनाव में, राजद उम्मीदवार राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव ने 60,018 वोट प्राप्त कर जदयू के मनोज कुमार (44,506 वोट) को 15,512 वोटों के अंतर से हराया था. इस चुनाव में लोजपा के अजय कुमार भी 43,496 वोट पाकर तीसरे स्थान पर थे. इससे पहले, 2015 के चुनाव में भी राजद के राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव ने भाजपा के अजय कुमार को 29,000 वोटों के बड़े अंतर से हराया था.

मीनापुर विधानसभा (क्रम संख्या 96), शिवहर और पूर्वी चंपारण जैसे जिलों से सटा हुआ है और स्वतंत्रता सेनानी जुब्बा साहनी की भूमि के रूप में विशेष पहचान रखता है. जुब्बा साहनी ने 16 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मीनापुर थाने के अंग्रेज इंचार्ज लियो वालर को जिंदा आग में झोंक दिया था, जिसके लिए उन्हें 11 मार्च 1944 को फांसी दी गई थी.

मीनापुर की जनता के प्रमुख मुद्दे ग्रामीण सड़कों और पुलों का निर्माण तथा प्रखंड कार्यालय को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है. यहां की समस्याओं में जर्जर ग्रामीण सड़कें और फेल हो चुकी नल-जल योजनाओं का दोबारा चालू न होना शामिल है. मुस्लिम, यादव और कुशवाहा यहां निर्णायक भूमिका में हैं, जबकि पासवान और राजपूत मतदाता भी चुनाव परिणामों को प्रभावित करते हैं.

संपूर्ण मुजफ्फरपुर जिले की 2020 में सीटवार स्थिति की बात करें तो, कांटी, गायघाट, मीनापुर और बोचहा सीटों पर राजद का वर्चस्व था, जबकि सकरा विधानसभा में जदयू काबिज थी. कुढ़नी, औराई, बरूराज, साहेबगंज और पारू सीटें भाजपा के खाते में गई थीं, और मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी.

Featured Video Of The Day
IndiGO Crisis: कैसे Pilot ड्यूटी नियम, प्लानिंग की गलतियों ने IndiGO एयरलाइन को जमीन पर ला दिया?