- बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने RJD और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और चुनावी भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है
- सम्राट चौधरी ने CM नीतीश के विकास कार्यों की तारीफ करते हुए विपक्ष के वोट चोरी के आरोपों को निराधार बताया
- मंत्री विजय चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने महिला रोजगार योजना को सफल करार दिया और विपक्ष को घेरा
बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी फेज के मतदान से पहले सियासी बयानबाजी भी तेज हो चुकी है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने एनडीटीवी संग बातचीत में आरजेडी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में आरजेडी कन्फ्यूज्ड और डिफ्यूज भी हो चुकी है. तेजस्वी यादव जनवरी से लगातार मैनिफेस्टो जारी कर रहे हैं, जिससे जनता भ्रमित हो चुकी है. लालू यादव और उनका परिवार जनता को लूटने के लिए जाना जाता है. ये लोग चुनाव हारने से डर रहे हैं, इसलिए चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री मोदी जी पर आरोप लगा रहे हैं.
सम्राट चौधरी का राहुल गांधी पर हमला
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में विकास पर बात होनी चाहिए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में विकास किया है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला और कहा कि राहुल गांधी अभी से वोट चोरी की बात कर रहे हैं. असल में तो ये लोग चुनाव हारने से डर चुके हैं. यह बदला हुआ बिहार है, कुछ लोग डिफ्यूज़ हो गए हैं. उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर कहा कि इन लोगों ने आरोप लगाया था कि दिलीप जयसवाल कभी मेडिकल कॉलेज के मालिक नहीं हो सकते.
ये भी पढ़ें : बिहार चुनावः मैथिली ठाकुर की अलीनगर सीट पर क्या मुकाबला एकतरफा होगा?
आरोपों पर सम्राट चौधरी का जवाब
सम्राट चौधरी ने कहा कि मुझ पर मर्डर केस और उम्र को लेकर भी सवाल उठाए गए. मैं राजनीतिक कार्यकर्ता हूं, लालू जी ने मुझे जेल भेजा था. चाहे राहुल गांधी हों या लालू जी का परिवार, ये लोग भ्रष्टाचारी हैं. अगर एनडीए की सरकार बनती है तो हम न्यायालय जाएंगे और दोषियों को सजा दिलवाएंगे. चारा घोटाले और अन्य घोटालों में शामिल ज़मीन पर स्कूल बनाए जाएंगे. तेजस्वी यादव के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले अपने पिता को जेल भेजें, तेजस्वी यादव से बड़ा अपराधी कौन है? जिसे भी जवाब चाहिए, मेरे पास आए और ले.
मंत्री विजय चौधरी और उमेश कुशवाहा का विपक्ष का निशाना
पटना स्थित जेडीयू कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीटीवी संग बात करते हुए मंत्री विजय चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उमेश कुशवाहा ने कहा कि पहले चरण के मतदान में बिहार की जनता ने विकास पर भरोसा जताया है. वहीं विजय चौधरी ने कहा कि यह चुनाव अभियान दो बातों पर केंद्रित रहा. जिसमें एक तरफ तथ्यों पर आधारित हमारी योजनाएं और दूसरी तरफ विपक्ष की निराधार बातें. विपक्ष ने मुख्यमंत्री क महिला रोजगार योजना को लेकर भ्रम फैलाया, जबकि यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए है.
ये भी पढ़ें : दूसरे चरण की 23 सीटों पर रोमांचक मुकाबला! कहीं भाई तो कहीं बहू ने फंसा दिया चुनाव
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि यह सहायता वापस नहीं ली जाएगी. जो महिलाएं इस पैसे से रोजगार शुरू करेंगी, उन्हें आगे दो लाख रुपये और मिलेंगे, इससे वे और आत्मनिर्भर बनेंगी. विपक्ष द्वारा वोट चोरी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने साफ किया है कि वोट चोरी का कोई प्रमाण नहीं है. विपक्षी नेता एक पीएम पद के उम्मीदवार और एक सीएम पद के जनता को भड़का रहे हैं. यह चुनाव साबित करेगा कि अल्पसंख्यक जागरूक हैं और अपने असली हितैषी को पहचान चुके हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अगर शपथ लेंगे तो कांग्रेस वाले दिलाएंगे या कांग्रेस के लोग खुद शपथ लेंगे? गांधी मैदान हो या राजभवन, शपथ सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही लेंगे.
कांग्रेस नेता डॉ. शकील अहमद खान ने क्या कहा
कांग्रेस नेता डॉ. शकील अहमद खान, जो कटिहार की कदवा सीट से उम्मीदवार हैं, उन्होंने भी एनडीटीवी संग खास बातचीत में कहा कि ये तो पार्टी तय करेगी कि डिप्टी सीएम कौन बनेगा, हम अनुशासन में रहते हैं. हमें 20 से ज़्यादा सीटों की उम्मीद है. कांग्रेस का भी डिप्टी सीएम होगा लेकिन सब मिलकर तय करेंगे. ओवैसी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी को राजनीति नहीं आती, अगर आती तो तेलंगाना में करके दिखाते. पिछली बार जो पांच सीटें मिली थीं, वह भी अब नहीं मिलेंगी. सीमांचल पिछड़ा इलाका है, हमने अपनी राजनीति साफ-सुथरी की, तभी उसका फायदा ओवैसी को मिला. उन्होंने कहा कि ओवैसी को इस मुल्क की राजनीति नहीं आती. 24 सीटों में से 5 जीतने से बहुमत नहीं होता. राजद भी यहां सीटें जीती थी. ओवैसी को महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया, यह उनका प्रोपेगेंडा है.
ये भी पढ़ें : 25% सीटों पर 5000 वोटों की 'जंग': प्रशांत किशोर फैक्टर करेगा जीत-हार का फैसला?














