- बिहार चुनाव के रुझानों में एनडीए गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए शानदार प्रदर्शन किया है
- तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला महागठबंधन चुनाव में पीछे छूट गया और उसकी उम्मीदें टूट गईं हैं
- आरजेडी में चुनाव से पहले गजब का उत्साह दिखा रहा था, लेकिन अब तक के रुझानों ने उनको निराश कर दिया
जब जोरदार जश्न की तैयारी तमाम तैयारियां पूरी होकर भी जश्न ना मन सकें, लालटेन छाप वाले हरे झंडों का सैलाब अब खामोशी में डूबा है, जैसे कि बिहार की सियासत के अभी तक के नतीजों ने उम्मीदों को पल भर में निराशा में बदल दिया हो. चुनाव के नतीजों के रुझानों ने सियासी समीकरण पूरी तरह बदल दिए हैं. हालत ये है कि दोपहर तक आए आंकड़ों में एनडीए गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है, जबकि तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला महागठबंधन काफी पीछे छूट गया है.
जमीन पर पड़े आरजेडी के झंडे
चुनाव नतीजों से पहले आरजेडी खेमे में जीत का उत्साह दिख रहा था. पूरे बिहार में जश्न की तैयारियां हो रही थीं, झंडे और बैनर सजाए जा रहे थे. लेकिन अब वही हरे झंडों का सैलाब खामोशी में बिखरा पड़ा है. यह दृश्य सिर्फ एक पार्टी की हताशा नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति की अनिश्चितता का प्रतीक है, जहां उम्मीदें पलक झपकते ही बदल जाती हैं. जिन झंडों को लहराने की तैयारी थी, वे अब जमीन पर पड़े हैं, जैसे चुनावी जश्न अधूरा रह गया हो.
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NDA की बढ़त तेजस्वी, राहुल को झटका
एनडीए की बढ़त ने महागठबंधन के उस सपनों को झकझोर दिया है, जिसकी वो बाट जोह रहे थे. अभी तक परिणामों ने न सिर्फ तेजस्वी यादव के सीएम पद के सपने को तोड़ा है बल्कि राहुल गांधी के वोट चोरी के मुद्दे को भी हवा हवाई कर दिया. महागठबंधन इस बार बेरोजगारी, वोट चोरी और पलायन के मुद्दे पर एनडीए को टक्कर दे रहा था. लेकिन जैसे ही आज वोट की पेटियां खुलनी शुरू हो गई तो पता चला कि महागठबंधन की तमाम कोशिशें धरी रह गई.
NDA की सुनामी ने चौंकाया
बिहार चुनाव का महायुद्ध समाप्त हो चुका है. NDA की सुनामी ने सबको चौंका दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार करता दिख रहा है. जहां JD(U) अकेले 76 सीटों पर आगे चल रही है, BJP के 84, चिराग पासवान की LJP(RV) के 23 और जीतन राम मांझी की HAM के 4. कुल मिलाकर NDA 190+ सीटों पर लीड कर रही है, जो 122 के बहुमत से कहीं ज्यादा है. नीतीश का पांचवां कार्यकाल लगभग तय माना जा रहा है.














