- माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में चिराग पासवान का किरदार कितना अहम रहने वाला है.
- एग्जिट पोल के मुताबिक चिराग की पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बड़ी जीत हासिल हो सकती है.
- चिराग की पार्टी को 5% वोट और 6 से 7 सीटें मिलने के आसार जताए गए हैं, जो 2020 और 2015 से कहीं अधिक हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतदान का दूसरा चरण भी मंगलवार को समाप्त हो गया है. पहले चरण में 65 फीसद से अधिक, तो दूसरे में करीब 70 फीसद मतदान हुआ. बिहार के राजनीतिक इतिहास में इतनी बड़ी संख्या में वोट इससे पहले कभी नहीं डाले गए. बिहार में मतपेटियों के सील करने के बाद राज्य में हुए मतदान पर आधारित कई एजेंसियों के एग्जिट पोल का नतीजा आ गया है. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान आयोजित किए गए हैं. इसी दौरान जनता के मूड और संभावित नतीजों को लेकर Peoples Pulse, Metriz, Dainik Bhaskar, Peoples Pluse के एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं.
बिहार के EXIT POLLS के नतीजे
| EXIT POLL | NDA | महागठबंधन | जनसुराज पार्टी | अन्य |
| चाणक्य स्ट्रैटजीज | 130-138 | 100-108 | 0-0 | 3-5 |
| दैनिक भास्कर | 145-160 | 73-91 | 0-3 | 5-7 |
| DV रिसर्च | 137-152 | 83-98 | 2-4 | 1-8 |
| JVC | 135-150 | 88-103 | 0-1 | 3-6 |
| Matrize | 147-167 | 70-90 | 0-2 | 2-8 |
| P-मार्क | 142-162 | 80-98 | 1-4 | 0-3 |
| पीपल इनसाइट्स | 133-148 | 87-102 | 0-2 | 3-6 |
| पीपल पल्स | 133-159 | 75-101 | 0-5 | 2-8 |
| पोल ऑफ पोल्स | 147 | 90 | 1 | 5 |
Photo Credit: PTI
तेजस्वी सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री, चिराग तीसरे पायदान पर
एग्जिट पोल में राज्य में सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री कौन है इस पर लोकजन शक्ति पार्टी के चिराग पासवान 8% के साथ तीसरे पायदान पर हैं. वहीं तेजस्वी यादव 32 फीसद से साथ मुख्यमंत्री की पहली पसंद हैं. उन्होंने नीतीश कुमार को दो प्रतिशत के अंतर से पीछे छोड़ दिया. नीतीश 30 फीसद लोगों के पसंदीदा मुख्यमंत्री हैं.
चिराग की पार्टी को मिल सकती हैं रिकॉर्ड सीटें
माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में चिराग पासवान का किरदार कितना अहम रहने वाला है, हालांकि यह 14 नवंबरको आने वाले मतदान के नतीजों से ही सामने आएगा, पर एग्जिट पोल के अनुसार चिराग की पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बड़ी जीत हासिल हो सकती है. Peoples Pulse के मुताबिक चिराग की पार्टी को राज्य में 5% वोट हासिल हो सकता है. इससे चिराग की पार्टी को 6 से 7 सीटें मिलने के आसार जताए गए हैं, जो 2020 और 2015 की तुलना में कहीं अधिक सीटें हैं.
कितनी सीटों पर LJP ने उतारे प्रत्याशी
बता दें कि चिराग की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी इस बार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के साथ है और सीटों के बंटवारे में उसे राज्य की 29 सीटें दी गई थीं. ये 29 सीटें उन्हें राज्य के पटना, मुजफ्फरपुर, गया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, वैशाली, रोहतास, नवादा, सारण, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सहरसा, सिवान, बेगूसराय, भागलपुर, बक्सर, रोहतास, जहानाबाद और औरंगाबाद के जिलों में दिए गए.
2020 और 2015 में चिराग की पार्टी का प्रदर्शन
2020 में चिराग की पार्टी ने 135 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे पर उसे केवल एक ही जीत से संतोष करना पड़ा था. तब एलजेपी को बेगूसराय की मतिहानी सीट पर जीत हासिल हुई थी और राजकुमार सिंह चिराग की पार्टी के एकमात्र विधायक बने थे. हालांकि राज्य में उसके 10 प्रत्याशी दूसरे पायदान पर रहे थे. ऐसा तब हुआ था जब 2020 में चिराग की पार्टी एलजेपी को बिहार विधानसभा चुनाव में 5.66 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. बता दें कि उससे पहले 2015 में चिराग की पार्टी एनडीए का हिस्सा थी, तब उसे केवल दो सीटें हासिल हुई थीं.
एनडीए vs महागठबंधन- कौन मारेगा मैदान?
इन सभी एग्जिट पोल में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है. वहीं इन सभी एग्जिट पोल के मुताबिक प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को शून्य से अधिकतम पांच सीटें हासिल होंगी.
Dainik Bhaskar के मुताबिक राज्य में एनडीए को 145 से 160 सीटें मिल सकती हैं तो महागठबंधन 73 से 91 सीटों पर सिमट सकता है. वहीं जनसुराज एक भी सीट नहीं जीत सकेगी तो अन्य दलों को पांच से दस सीटें मिल सकती हैं.
Peoples Pulse के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 133 से 159 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन को 75 से 101 सीटें हासिल होंगी. जनसुराज पार्टी को 0 से 5 सीटें मिल सकती हैं जबकि अन्य दल 2 से आठ सीटें जीत सकते हैं.
Metriz के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए को 147-167 सीटें, महागठबंधन को 70 से 90 और जनसुराज को दो सीटें मिल सकती हैं. जबकि अन्य दल 5 से 10 सीटों पर सिमट सकते हैं.














