बिहार में घोड़े और नाव से कहां जाएंगी पोलिंग पार्टियां, चुनाव आयोग ने बताई दिलचस्प बात

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में कुछ अनोखी बातें हैं. दियारा क्षेत्र में 250 मतदान केंद्रों पर घोड़ों से गश्त की जाती है. इसके अलावा, लगभग 197 मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियां नावों के जरिए पहुंचती हैं."

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  • बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे, पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का 11 नवंबर 2025 को होगा.
  • मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी, जिसमें कुल 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न होंगे.
  • बिहार में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए नावों और घोड़ों का उपयोग किया जाता है.
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नई दिल्ली:

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से तारीखों का ऐलान किया. इस बार राज्य में दो चरणों में मतदान होगा. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर 2025 को होगा. मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी. दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बिहार चुनाव की चुनौतियों और कुछ रोचक तथ्यों का जिक्र किया.

पोलिंग पार्टियां नावों के जरिए पहुंचती है.

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में कुछ अनोखी बातें हैं. दियारा क्षेत्र में 250 मतदान केंद्रों पर घोड़ों से गश्त की जाती है. इसके अलावा, लगभग 197 मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियां नावों के जरिए पहुंचती हैं." बिहार का एक बड़ा हिस्सा हर साल बाढ़ की चपेट में आता है, जिसके कारण सैकड़ों गांव अलग-थलग पड़ जाते हैं. ऐसे में, इन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए नावों का उपयोग किया जाता है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती

बिहार में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है. हर साल बाढ़ के कारण सैकड़ों गांव कट जाते हैं, जिससे सड़क संपर्क टूट जाता है. इन क्षेत्रों तक मतदान सामग्री, पोलिंग पार्टियां और सुरक्षा बलों को पहुंचाने के लिए नावों और कभी-कभी घोड़ों का उपयोग करना पड़ता है. बाढ़ के कारण बुनियादी ढांचे की कमी, बिजली और संचार की अनियमितता, और मतदाताओं की पहुंच सुनिश्चित करना भी जटिल है. इसके बावजूद, चुनाव आयोग इन चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष व्यवस्थाएं करता है, जैसे नावों और वैकल्पिक संसाधनों का उपयोग, ताकि हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके.

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार की सभी 243 सीट पर दो चरण में चुनाव होंगे. पहले चरण के लिए 6 नवंबर को और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को जारी किए जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि चुनाव को लेकर आयोग ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं. चुनाव में हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साथ ही फेक न्यूज पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी.

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने जानकारी दी कि बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 7.43 करोड़ है. इनमें लगभग 3.92 करोड़ पुरुष और करीब 3.50 महिला मतदाता हैं. उन्होंने बताया कि 1,725 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. करीब 7.2 लाख दिव्यांग मतदाता, 4.04 लाख 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक भी वोटर सूची में हैं, जबकि 100 साल के अधिक उम्र की मतदाताओं की संख्या 14 हजार है. फर्स्ट टाइम वोटर लगभग 14 लाख हैं.

उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है. तमाम राजनीतिक दलों ने आयोग से छठ महापर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने की अपील की थी, ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोग अपने मत का इस्तेमाल कर सकें.

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आपको बताते चलें, 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुए थे. पहले चरण में 28 अक्टूबर 2020 को 71 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई थी, जबकि दूसरे चरण में 3 नवंबर को 94 सीट और तीसरे चरण में 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ. मतगणना 10 नवंबर को हुई थी.

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