बिहार चुनाव: बख्तियारपुर सीट पर कुछ ऐसे हैं समीकरण, क्या इस बार भी पलटेगी बाजी?

Bihar Election 2025: बिहार की बख्तियारपुर सीट पर इस बार आरजेडी और बीजेपी के बीच टक्कर है, बीजेपी के अरुण कुमार एलजेपी (आर) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बख्तियारपुर सीट पर होगा मुकाबला

Bihar Election 2025: बिहार की बख्तियारपुर विधानसभा सीट पर कुछ ही दिनों के बाद वोटिंग होने जा रही है. ये सीट बिहार के पटना जिले में आती है, जिसमें ज्यादातर ग्रामीण आबादी रहती है. इस सीट पर भी अबकी बार काफी कांटे का मुकाबला देखने को मिल सकता है. बख्तियारपुर का नाम बदलने को लेकर भी पिछले लंबे समय से बहस जारी है, ऐसे में ये मुद्दा चुनावों में भी गरमा सकता है. कुतुबुद्दीन ऐबक के सेनापति मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने इस जगह की स्थापना की थी. आइए जानते हैं कि इस सीट पर क्या जातीय समीकरण हैं और कुल कितने वोटर हैं. 

नीतीश कुमार का जन्मस्थान

गंगा नदी के पास बसे बख्तियारपुर की राजधानी पटना से दूरी करीब 46 किमी की है. इसके अलावा इसके पास मोकामा, बिहारशरीफ और बाढ़ जैसे इलाके आते हैं. नीतीश कुमार इस जगह को अपनी जन्मभूमि बताते हैं और इसका नाम बदले जाने के हमेशा खिलाफ रहे हैं. उनका कहना है कि नाम में कुछ भी गलत नहीं है.  

बिहार चुनाव: बाढ़ सीट पर दिखेगी कांटे की टक्कर, राजपूत और यादव वोटों पर नजर

दो पार्टियों के बीच टक्कर

हालांकि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने कभी भी इस सीट पर जीत दर्ज नहीं की. लंबे समय तक यहां कांग्रेस का दबदबा रहा, लेकिन पिछले 20 सालों से बीजेपी और आरजेडी के बीच इस सीट पर टक्कर होती है. दोनों दलों ने तीन-तीन बार इस सीट पर जीत दर्ज की है. पिछले यानी 2020 के चुनाव में आरजेडी ने ही इस सीट पर बाजी मारी थी. बख्तियारपुर सीट पर RJD के  अनिरुद्ध कुमार ने 89241 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्होंने BJP उम्मीदवार रणविजय सिंह को हराया था. यहां पिछले 6 चुनावों से किसी भी दल ने लगातार दो बार जीत दर्ज नहीं की है. इस ट्रेंड के हिसाब से इस बार दूसरी पार्टी के खाते में ये सीट जा सकती है. 

बख्तियारपुर से बीजेपी अपना उम्मीदवार उतारने की कोशिश कर रही थी, इस सीट पर ललन सिंह, अरूण कुमार, जितेंद्र यादव और लल्लू मुखिया जैसे नेता दावेदारी कर रहे थे, लेकिन आखिर में सीट एलजेपी आर यानी चिराग पासवान के खाते में चली गई. हालांकि इसके बावजूद उम्मीदवारी बीजेपी के अरुण कुमार को ही मिल गई. उधर सिटिंग विधायक और आरजेडी के अनिरद्ध कुमार पहले ही पर्चा भर चुके हैं. 

क्या है जातीय समीकरण?

बख्तियारपुर विधानसभा सीट का जातीय समीकरण देखें तो यहां यादवों का काफी ज्यादा बोलबाला है. पिछले कई सालों से इस सीट पर इसी जाति के उम्मीदवार को उतारा जाता है और वही जीत दर्ज करता है. यादवों के अलावा यहां राजपूत, भूमिहार, मुस्लिम और अन्य जाति के लोग रहते हैं. सबसे ज्यादा संख्या यादव और राजपूत वोटर्स की है. 

कुल कितने हैं वोटर?

इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या करीब 2.73 लाख है. जिनमें 1.42 लाख पुरुष और महिला मतदाताओं की संख्या 1.29 लाख है. इस विधानसभा क्षेत्र में शहरी मतदाता केवल 15.45 प्रतिशत हैं, यानी ग्रामीण वोटर्स की संख्या सबसे ज्यादा है. फिलहाल बीजेपी और आरजेडी दोनों ही इस बख्तियारपुर विधानसभा सीट के वोटरों को लुभाने की कोशिश में जुटे हैं. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Ayodhya Deepotsav 2025: दीपों पर सवाल, Akhilesh पर बरसी अयोध्या! | Bharat Ki Baat Batata Hoon