बीजेपी विधायक केदार गुप्ता ने फिर हासिल की जीत, आरजेडी उम्मीदवार को 9718 वोटों से हराया

कुढ़नी विधानसभा सीट वैशाली जिले से सटे बॉर्डर एरिया में स्थित है और यहां की पहचान लाह से बने लहठी (चूड़ियों) के कारोबार के लिए है. इस क्षेत्र के प्रमुख स्थानीय मुद्दे मनियारी को प्रखंड घोषित करने की मांग और किसानों के लिए सिंचाई सुविधाओं की कमी है.

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मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट पर बीजेपी विधायक केदार गुप्ता ने एक बार फिर से जीत हासिल की है. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के सुनील कुमार सुमन को 9718 वोटों से हराया. केदार गुप्ता ने 107811 वोट हासिल किए, जबकि सुनील कुमार सुमन को 98093 मत हासिल हुए.

कुढ़नी विधानसभा सीट पर हाल के वर्षों में भाजपा और जदयू के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला था. 2022 के उपचुनाव में, भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता ने जदयू उम्मीदवार मनोज कुमार सिंह को 3,649 वोटों के मामूली अंतर से हराकर जीत हासिल की थी. केदार प्रसाद गुप्ता को 76,722 वोट मिले, जबकि मनोज कुमार सिंह को 73,073 वोट मिले थे.

इससे पहले, 2015 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के केदार गुप्ता (73,227 वोट) ने जदयू के मनोज कुशवाहा (61,657 वोट) को 11,570 वोटों के अंतर से हराया था.

कुढ़नी विधानसभा सीट वैशाली जिले से सटे बॉर्डर एरिया में स्थित है और यहां की पहचान लाह से बने लहठी (चूड़ियों) के कारोबार के लिए है. इस क्षेत्र के प्रमुख स्थानीय मुद्दे मनियारी को प्रखंड घोषित करने की मांग और किसानों के लिए सिंचाई सुविधाओं की कमी है. इसके अतिरिक्त, बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार और लहठी के कारोबार को उद्योग का दर्जा दिलाना यहां की जनता की प्रमुख मांगें हैं. चुनावी दृष्टि से, वैश्य, मुस्लिम और यादव मतदाता यहां निर्णायक भूमिका निभाते हैं.

2020 चुनाव में मुजफ्फरपुर जिले की सीटवार स्थिति की बात करें तो, कुढ़नी सहित औराई, बरूराज, साहेबगंज और पारू सीटों पर भाजपा का कब्जा था, जबकि कांटी, गायघाट, मीनापुर और बोचहा सीटों पर राजद का वर्चस्व था. सकरा विधानसभा पर जदयू और मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का प्रतिनिधित्व था.

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