बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब त्रासदी (जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी) के बाद अब प्रदेश के दो अन्य जिलों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से आठ और लोगों की मौत हो गई है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से सारण से सटे सिवान जिले में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि बेगूसराय में दो अन्य लोगों की मौत हो गई.
अपुष्ट खबरों में दावा किया गया है कि सारण जिले में अवैध रूप से बनी देशी शराब पीने से 60 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 की मौत की अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि हो सकी है.
सिवान जिले के भगवानपुर संभाग में गुरुवार से हुई छह मौतों के बारे में अनुमंडल दंडाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. संजय कुमार ने कहा कि हम शराब की बिक्री और खरीद में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी भी ले रहे हैं.
बेगूसराय के पुलिस उपाधीक्षक चंद्रमोहन प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया कि तेघड़ा प्रमंडल में शुक्रवार को किसी जहरीले रसायन के सेवन से दो युवकों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है.
बिहार में अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराब की बिक्री और इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, शराब तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान के बावजूद राज्य में शराब की तस्करी जारी है.
मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र में पुलिस ने शनिवार को तड़के एक ट्रक से कई पेटी शराब बरामद की. पेटी को लकड़ी के तख्तों के नीचे छिपाया गया था.
सारण के साथ अपनी सीमा साझा करने वाले सिवान जिले के ब्रह्मस्थान गांव में शुक्रवार को चार लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन इसके पहले गुरुवार को सोंधनी गांव में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई थी. सारण जिले के रहने वाले एक और व्यक्ति की भी शुक्रवार को सिवान में मौत हो गई.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, जिन्होंने गुरुवार को सारण में प्रभावित मशरक प्रखंड का दौरा किया था, ने शुक्रवार को विधानसभा के अंदर दावा किया कि जहरीली शराब त्रासदी ने सौ से अधिक लोगों की जान ले ली है. सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि मौत जहरीली शराब के संदिग्ध सेवन के कारण हुई जिसकी पुष्टि फोरेंसिक लैब में मृतकों के विसरा की जांच के बाद की जाएगी.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने शुक्रवार को सारण जहरीली शराब कांड को लेकर बिहार सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है.