बिहार के गाजीपुर में 2 आरपीएफ जवानों के शव मिले, हत्या की आशंका

दोनों जवानों को विभागीय कार्य के लिए मोकामा ट्रेनिंग सेंटर के लिए 19 अगस्त की देर रात रवाना किया गया. 20 अगस्त को सुबह 9 बजे मोकामा ट्रेनिंग सेंटर में जवानों को रिपोर्ट करनी थी. लेकिन सेंटर में जवानों के नहीं पहुंचने पर जवानों की खोजबीन शुरू की गई.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
पुलिस मामले की जांच में जुटी
पटना:

बिहार के गाजीपुर में दो आरपीएफ जवानों के शव मिले हैं. दोनों आरपीएफ जवानों की हत्या कर शव फेंकने की आशंका जताई जा रही है. दोनों ही जवानों के शव क्षत-विक्षत हालत में बकैनिया गांव के समीप रेल पटरी किनारे मिले. बताया जा रहा है कि दोनों जवान मोकामा (पटना) ट्रेनिंग सेंटर के लिए जा रहे थे. 19 अगस्त की रात करीब एक बजे डाउन बाड़मेर गुवाहटी एक्सप्रेस से रवाना हुए थे. जिसके बाद उनके शव मिलने की सूचना मिली.

ट्रेनिंग सेंटर नहीं पहुंचे थे दोनों जवान

इस घटना की जानकारी मोकामा ट्रेनिंग सेंटर से पीडीडीयू रेलवे के उच्चाधिकारियों को मिलते ही हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि पीडीडीयू रेलवे के मानसनगर थाने पर बिहार के भोजपुर आरा जिले थाना तरारी क्षेत्र के करथ गांव निवासी 37 वर्षीय प्रमोद सिंह और गाजीपुर जिले जमनिया थाना क्षेत्र के दुबईथा गांव निवासी 38 वर्षीय मोहम्मद जावेद खान यार्ड पोस्ट थाने पर तैनात थे. दोनों जवानों को विभागीय कार्य के लिए मोकामा ट्रेनिंग सेंटर के लिए 19 अगस्त की देर रात रवाना किया गया. 20 अगस्त को सुबह 9 बजे मोकामा ट्रेनिंग सेंटर में जवानों को रिपोर्ट करनी थी. लेकिन सेंटर में जवानों के नहीं पहुंचने पर जवानों की खोजबीन शुरू कर दी गई.

मामले की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस

इस दौरान पता चला कि गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र के बकैनिया गांव के समीप रेल पटरी किनारे दो अज्ञात शव मिले हैं. अज्ञात शवों की शिनाख्त होने पर पता चला कि शव आरपीएफ के जवानों के है. इसकी जानकारी होते ही विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आनन फानन में रेलवे अफसर मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल करने में जुटे हैं. जबकि दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है. पुलिस भी मामले की तफ्तीश मे जुटी हुई है.

Advertisement

(एनडीटीवी के लिए सुनील सिंह की रिपोर्ट)

Featured Video Of The Day
Maharashtra Elections: Eknath Shinde, Yogi Adityanath, Priyanka Gandhi ने कुछ यूं भरी चुनावी हुंकार
Topics mentioned in this article