
Vastu Tips For Home: घर केवल रहने की जगह नहीं, बल्कि हमारी सेहत, सुख-शांति और भविष्य का आधार होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की कुछ जगहें जैसे रसोई, बेडरूम और बाथरूम आदि जीवन पर सबसे गहरा प्रभाव डालते हैं. अगर ये स्थान सही तरीके से बनाए और रखे जाएं, तो घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है और परेशानियां दूर रहती हैं.
यह भी पढ़ें:- Vastu Tips: 2026 शुरू होते ही घर में कर लें वास्तु से जुड़े ये काम, खुशहाल रहेगा पूरा साल
रसोई घर
रसोई घर को घर का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान माना जाता है. यहीं से पूरे परिवार की स्वास्थ्य ऊर्जा निकलती है. रसोई में सूर्य का प्रकाश या कम से कम दिन की रोशनी जरूर आनी चाहिए. अंधेरी रसोई नकारात्मक प्रभाव बढ़ा सकती है. रसोई को हमेशा साफ, व्यवस्थित और हल्का खुला रखें. यह एक पर्सनल स्पेस होता है, इसलिए यहां अनावश्यक लोगों का प्रवेश न हो. पूजा के समय धूपबत्ती पूरे घर के साथ रसोई में भी जरूर घुमाएं, इससे पॉजिटिव वाइब्रेशन (Positive Vibrations) बढ़ती हैं. यदि आप नॉनवेज खाते हैं, तो वेज और नॉन-वेज बर्तनों को अलग-अलग रखें, ताकि शुद्धता और सात्विकता बनी रहे.
बेडरूम
बेडरूम आपकी हैप्पीनेस, रिलेशनशिप और मानसिक शांति से जुड़ा होता है. शयन कक्ष का रंग हल्का रखें. जैसे क्रीम, सफेद, हल्का गुलाबी या हल्का हरा. यदि संभव हो, तो बेडरूम में टीवी न लगाएं. हल्का म्यूजिक बेहतर ऑप्शन है. बेडरूम में भोजन करने से बचें और कमरे को हमेशा सिस्टमेटिक और साफ-सुथरा रखें. थोड़ी देर के लिए भी अगर सूरज की रोशनी और ताजी हवा आती है, तो यह बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है, जिससे जीवन में प्रेम, संतुलन और अच्छी नींद मिलती है.
बाथरूम
आज के समय में बाथरूम भी लग्जरी हो गए हैं, लेकिन यहां साफ-सफाई सबसे जरूरी है. बाथरूम को हमेशा नीट एंड क्लीन रखें और पानी की बर्बादी बिल्कुल न करें. वास्तु के अनुसार, बाथरूम में नीला या पर्पल (बैंगनी) रंग शुभ होता है. हल्की खुशबू बनी रहे तो और भी अच्छा माना जाता है. साफ बाथरूम जीवन की परेशानियों और अनचाहे खर्च को कम करता है.
ड्राइंग रूम
लिविंग रूम या ड्राइंग रूम घर का सबसे जरूरी हिस्सा होता है, क्योंकि यहीं मेहमानों का स्वागत और पारिवारिक बातचीत होती है. वास्तु के अनुसार ड्राइंग रूम के लिए उत्तर, उत्तर-पूर्व, पूर्व और उत्तर-पश्चिम दिशाएं शुभ मानी जाती हैं. इन दिशाओं में हल्के रंग जैसे ऑफ-व्हाइट, हल्का हरा, क्रीम या हल्का नीला प्रयोग करना चाहिए. नॉर्थ और नॉर्थ-ईस्ट में भारी फर्नीचर न रखें, जबकि भारी सोफा या अलमारी दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम में रखें. खिड़कियों पर हल्के पर्दे लगाएं और पर्याप्त रोशनी रखें. वास्तु अनुसार सजाया गया लिविंग रूम घर में पॉजिटिव एनर्जी, अच्छे रिश्ते और सुख-शांति लाता है.
घर का मुख्य द्वार
घर का मुख्य द्वार केवल प्रवेश का रास्ता नहीं, बल्कि आपके घर की ऊर्जा का पहला दरवाजा होता है. यहीं से सकारात्मकता अंदर आती है और नकारात्मकता बाहर जाती है. इसलिए इस स्थान को हमेशा स्वच्छ, उजला और आकर्षक रखना बेहद जरूरी है. मुख्य द्वार पर पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए, ताकि अंधकार और ठहराव न बने. नेम प्लेट लगाना शुभ माना जाता है, इससे पहचान और सौभाग्य दोनों बढ़ते हैं. शनिवार के दिन द्वार पर दीपक जलाने से नेगेटिव एनर्जी कम होती है. ध्यान रखें कि यहां कूड़ा-कचरा न हो और काले रंग से परहेज करें, ताकि सुख-समृद्धि बनी रहे.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.