
Surya Namaskar Benefits For Weak Sun Horoscope: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को जीवन की सबसे बड़ी ऊर्जा माना गया है. सूर्य ही आत्मविश्वास, हिम्मत, पहचान और सम्मान की ताकत देता है. जब जन्म कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, तो व्यक्ति खुलकर फैसले ले पाता है और जीवन में आगे बढ़ता है, लेकिन अगर सूर्य कमजोर हो जाए, तो इंसान मेहनत तो करता है, फिर भी उसे वो पहचान और सफलता नहीं मिलती जिसकी वो उम्मीद करता है. ऐसे में लोग उपाय खोजते हैं कि सूर्य को कैसे मजबूत किया जाए. सूर्य नमस्कार को इसी का सबसे आसान, प्राकृतिक और असरदार उपाय माना जाता है.
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सूर्य नमस्कार और सूर्य ऊर्जा का संबंध
सूर्य नमस्कार योग का ऐसा अभ्यास है, जो सीधे सूर्य की ऊर्जा से जुड़ा होता है. इसमें कुल 12 आसन होते हैं, जो शरीर के हर हिस्से को धीरे-धीरे सक्रिय करते हैं. इन आसनों से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बेहतर होता है और मन भी शांत रहता है. नियमित सूर्य नमस्कार करने से व्यक्ति के भीतर आत्मबल बढ़ता है और सकारात्मक सोच विकसित होती है. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, ये अभ्यास जन्म कुंडली में सूर्य की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है.
कुंडली में कमजोर सूर्य के आसान संकेत
अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है, तो इसके संकेत रोजमर्रा की जिंदगी में साफ नजर आते हैं. व्यक्ति खुद पर भरोसा नहीं कर पाता. बार-बार डर या असमंजस की स्थिति बनी रहती है. मेहनत करने के बावजूद तारीफ या सम्मान नहीं मिलता. कई बार शरीर में थकान, आलस और ऊर्जा की कमी भी महसूस होती है. ऐसे में केवल उपाय पढ़ने से नहीं, बल्कि उन्हें अपनाने से ही बदलाव आता है. सूर्य नमस्कार इन्हीं समस्याओं को धीरे-धीरे कम करने में सहायक माना जाता है.
सूर्य नमस्कार कब और कैसे करना चाहिए
सूर्य नमस्कार करने का सबसे अच्छा समय सुबह सूर्योदय के बाद का माना जाता है. इस समय माहौल शुद्ध और एनर्जी से भरा होता है. खाली पेट, खुले स्थान पर, सूर्य की दिशा की ओर मुख करके सूर्य नमस्कार करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. शुरुआत में 5 से 7 राउंड करें. जब शरीर अभ्यास में आ जाए, तो धीरे-धीरे राउंड बढ़ाए जा सकते हैं. चाहें तो मन ही मन सूर्य मंत्र का स्मरण भी किया जा सकता है.
सूर्य नमस्कार से मिलने वाले फायदे
रोजाना सूर्य नमस्कार करने से शरीर मजबूत होता है और इम्युनिटी बेहतर होती है. मन ज्यादा शांत और स्थिर रहता है. आत्मविश्वास बढ़ता है और काम में फोकस आता है. ज्योतिष के अनुसार, इससे सूर्य से जुड़े दोष कम होते हैं और जीवन में मान-सम्मान और सफलता के योग बनने लगते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.